ज्वालामुखी विस की पंचायत अंब पठियार के बुजुर्ग दंपति के घर तक नहीं पहुंची सरकार की कोई योजना
सचिन शर्मा। बनखंडी : अंब पठियार में रहते हुए कई बरस बीत गए, न किसी पंचायत प्रधान ने मेरा दर्द सुना न ही किसी अधिकारी ने। आज भी बिना पक्के घर और बिना पेंशन को रहने को मजबूर ज्वालामुखी विस की समीपवर्ती पंचायत अंब पठियार के वार्ड 7 में रहे रहे बुजुर्ग दंपति मिलाप चंद पत्नी बिमला देवी है। भारत सरकार ने जहां बुजुर्गों के लिए पक्के घर पेंशन की योजनाएं शुरू कर रखी हैं। वहीं यह बुजुर्ग दंपति मौजूदा वक्त में भी उन सभी योजनाओं से महरुम है।
योजना बोर्ड उपाध्यक्ष रमेश धवाला के गृह विधानसभा क्षेत्र में रहने वाली यह बुजुर्ग दंपति आज भी सरकार व पंचायत से आस लगाए बैठा है कि उसे पक्का घर व पेंशन जरूर मिलेगी, लेकिन इसी आस में कब इस दुनियां से चलें जाएंगे यह दर्द भी जुबां पर है। मिलाप चंद और उनकी पत्नी बिमला देवी ने अपने दर्द को बताते हुए बताया कि वह बांस की टोकरी बनाकर अपना भरण पोषण करते हैं उनके घर में सिर्फ वही दो रहते हैं।
साहब! बारिश में लगता है डर
घर कच्चा है बारिश में डर लगता है हर वक्त कि कहीं गिर गया, तो सिर से छत भी छिन जाएगी। इसी डर से घर के बाहर बिस्तर लगाकर भी सोना पड़ता है। वहीं स्थानीय युवक सुनील ने उनकी मदद की है कि कई बार उनकी समस्या को उसने अफसरों व स्थानीय पंचों के ध्यान में भी लाया, लेकिन आज दिन तक कोई मदद नहीं हुई। बुढ़ापे में चलने में असमर्थ दंपति ने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि जल्द उन्हें पक्का घर व पेंशन योजना का लाभ दिया जाए।
इस परिवार के साथ-साथ अन्य को भी प्रधानमंत्री आवास योजना में डाला गया है। वहीं जब पंचायत बीपीएल मुक्त हुई है तो यह यह परिवार बीपीएल से बाहर हुआ है। अब उन्हें दोबारा से सरकार के आदेश हैं कि पंचायत में कई जरूरतमंद लोग हैं उन्हें बीपीएल में डाला जाए, तो नए आदेशों के मुताबिक अक्तूबर में बीपीएल में पात्र लोगों को डाला जाएगा।
जय देवी, प्रधान अंब पठियार पंचायत
पंचायत ने प्रधानमंत्री आवास योजना में इस परिवार को डाला है। पूरी उम्मीद है कि जल्द ही पक्के घर का कार्य शुरू होगा। वहीं बीपीएल से बाहर किए जाने की सूरत में एसडीएम ज्वालामुखी को अपील करके अपना पक्ष रखें।
राजीव सूद, बीडीओ देहरा