साहिल डढवाल। नूरपुर
पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रस्तावित फोरलेन योजना के तहत मिल रहे मुआवजे को लेकर अब पंचायत प्रतिनिधि भी प्रभावित लोगों के पक्ष में उतर आए हैं।
नूरपुर क्षेत्र के तहत आती कंडवाल, पक्का टियाला, नागाबाड़ी, बासा व जसूर आदि पंचायत प्रधानों की बैठक के बाद अब पुनन्दर, खेल, भड़वार, नागनी आदि पंचायत प्रधान भी अब कम मुआवजे को लेकर प्रभावितों का साथ दे रहे हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि उनकी पंचायतें एनएचएआई को जरूरी अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी नहीं करेगी।
पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि फोरलेन प्रभावितों को जो मुआवजा दिया जा रहा है, वह बहुत कम है। इतने कम मुआवजे में उनकी पंचायतों के प्रभावित लोगों का नए स्थान पर पुनर्वास होना असंभव है। प्रभावितों में शामिल अंकुश शर्मा ने कहा कि नूरपुर के लोगों ने फोरलेन के लिए अपनी ज़मीनें देने से कभी इनकार नहीं किया।
इनका कहना है कि लोग तो अपना राष्ट्रधर्म निभा रहे हैं लेकिन सरकार अपना राजधर्म नहीं निभा रही। अंकुश शर्मा ने कहा कि जब तक सरकार लोगों को उचित मुआवजा नही दे देती, ये संघर्ष और तेज होगा। उन्होंने अन्य लोगों से भी फोर लेन प्रभावितों के साथ खड़ा होने की अपील की है।