साहिल डढवाल। नूरपुर
पठानकोट-मंडी फोरलेन मुआवजे को लेकर सियासत भी तेज हो गई है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन ने भाजपा सरकार पर अनदेखी के आरोप लगाए हैं। साथ ही उन्होंने प्रदेश वन मंत्री से भी इस मामले को लेकर कई सवाल पूछे हैं। महाजन ने कहा कि नूरपुर के विधायक फोरलेन प्रभावितों को गुमराह कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विधायक ने लोगों से वादा किया था कि फोरलेन प्रभावितों को वह उचित मुआवजा दिलवाएंगे और यदि ऐसा नही होता तो उन्होंने अपना इस्तीफा तक देने की बात कही थी। अजय महाजन ने कहा कि वन मंत्री अपनी किए हुए वादे पूरे नहीं कर सके और लोगों को उनका हक नहीं दिलवा सके, लिहाजा उन्हें नैतिकता के आधार पर मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि साढ़े 3 वर्षों का यदि नूरपुर विधानसभा क्षेत्र का लेखा-जोखा उठाया जाए तो नूरपुर को सरकार की ओर से मात्र आश्वासन ही मिले हैं। उन्होंने कहा कि करीब 3 वर्ष से फोरलेन प्रभावित उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन केवल आश्वासन ही दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कंडवाल से लेकर सिहुनी तक भू-अधिग्रहण कानून-2013 की अधिकतम धाराओं काउल्लंघन किया गया है।
अजय महाजन ने सरकार से मांग की है कि सभी अवार्ड्स को निरस्त करके नई अधिसूचना जारी करके भू-अधिग्रहण किया जाए और लोगों को उचित मुआवजा दिया जाए। वहीं उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने नूरपुर में मुआवजा राशि के निर्धारण में खामियों को अतिशीघ्र पुनर्निर्धारण के आदेश नहीं दिए तो वह भी फोरलेन प्रभावितों के साथ धरना प्रदर्शन करेंगे।