ललित ठाकुर। पधर
मंडी-पठानकोट फोरलेन पर इन दिनों पैचवर्क का कार्य किया जा रहा है, लेकिन भारी बारिश में भी यह पैचवर्क जारी रहा। आपको बता दें कि फोरलेन के कर्मचारियों द्वारा मंडी-पठानकोट सड़क मार्ग पर वीरवार दोपहर को पधर बाजार में पैचवर्क का कार्य किया जा रहा था, लेकिन बारिश में यह पैचवर्क बंद नहीं हुआ और कार्य चलता रहा।
ऐसे में सड़क पर बने तालाब के ऊपर ही पैचवर्क किया गया। एक तरफ जयराम सरकार यह कहती नहीं थकती कि क्वालिटी के साथ कोई समझौता नहीं होगा, लेकिन यहां तो दिन-दोपहर को ही लोगों की आंखों के सामने धूल झोंकने वाला कार्य हो रहा है। इस कारण जनता के पैसों की भी बर्बादी हो रही है।
आपको बता दें कि जनता हर महीने करोड़ों रुपये के टैक्स की अदायगी करती है, ताकि जनता को सरकार वह सारी सुविधा दे सके, लेकिन उस पैसों का सही से उपयोग नहीं किया जा रहा है। बारिश में सड़क के पैचवर्क से सरकार व फोरलेन क्या हासिल करना चाहती है यह बहुत बड़ा सवाल है।
मंडी-पठानकोट सड़क पर द्रंग और गुम्मा में दो सब डिवीजन नेशनल हाईवे के हैं और दोनों ही कार्यालयों में कर्मचारी तैनात हैं। हर महीने सरकार उनको लाखों रुपये की सैलरी अदा करती है लेकिन सरकार उनसे काम नाम मात्र का ले रही है।
सभी कर्मचारी दफ्तर आते हैं, लेकिन कार्य कुछ नहीं है। इस कारण हर महीने सरकार द्वारा लाखों रुपये का वेतन इन कर्मचारियों पर बिना कार्य के खर्च किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि मंडी-पठानकोट की मेंटेनेंस का कार्य नेशनल हाईवे को ही दिया जाना चाहिए, ताकि सड़क का रखरखाव सही से हो सके।
जब इस बारे में कांट्रेक्टर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अचानक से बारिश लग गई, जबकि हमारे पास तारकोल कम बची थी। अगर उक्त स्थान पर टारिंग उखड़ जाती है तो उसे दोबारा किया जाएगा।