शिमला:
हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मतियाना में प्रेक्टिकल के दौरान हुए हादसे पर दुख प्रकट किया है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष केसर सिंह ठाकुर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप शर्मा, महासचिव संजीव ठाकुर, मुख्य संगठन सचिव राजेश सैनी, राज्य प्रेस सचिव प्रेम शर्मा, वित्त सचिव धीरज व्यास ने बताया कि इस घटना में घायल हुए बच्चों के शीघ्र स्वस्थ होने की संघ कामना करता है।
संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि इस घटना के लिए अध्यापकों के ऊपर जो लापरवाही के जो आरोप लगाए जा रहे हैं, संघ उसका विरोध करता है। फॉरेंसिक जांच टीम द्वारा यह कहना कि अध्यापकों कि लापरवाही से यह हादसा हुआ है। अगर दस्ताने और मास्क पहने होते तो इतना बड़ा हादसा न होता। जो यह स्पष्ट करता है कि प्रेक्टिकल करवाने के लिए इस तरह के रक्षाकवचों की आवश्कता रहती है, जिन्हें कभी भी स्कूलों में उपलब्ध नहीं करवा जाता। लैब में जो लैब असिस्टेंट नियुक्त कर रखे हैं, उन्हें विभाग द्वारा किसी भी तरह का कोई प्रशिक्षण प्रदान नहीं किया गया है।
बिना प्रशिक्षित लैब असिस्टेंट के प्रेक्टिकल के दौरान किसी भी तरह के हादसे के खतरे से इनकार नहीं किया जा सकता। साइंस अध्यापकों को प्रेक्टिकल के दौरान प्रेक्टिकल के साथ-साथ वाइबा भी लेना पड़ता है। जांच टीम द्वारा या फिर प्रशासन द्वारा इस बात को भी ध्यान में रखना होगा कि अगर अध्यापक लैब के बाहर थे, तो वे वाइबा लेने मे व्यस्त थे। इसके लिए अध्यापकों व लैब असिस्टेंट कों दोषी ठहराना समझ से परे है। संघ ने सरकार से मांग कि है कि अनावश्यक रूप से अध्यापकों कों दोषी न ठहरा कर लैब मे आवश्यक सुविधाओं को उपलब्ध करवाया जाए।