राजीव भनोट।चंडीगढ़ : ऊना : कला एवं सृजन सरोकार मंच “उम्मीद” द्वारा टीएस सेंट्रल स्टेट लाइब्रेरी चंडीगढ़ के सहयोग से आज सेक्टर 17 स्थित लाइब्रेरी के सभागार में काव्य पाठ का आयोजन किया गया । इस अवसर पर हिमाचल, पंजाब , हरियाणा व ट्राइसिटी चंडीगढ़ के 20 कवियों व कवियत्रियों ने अपनी रचनाओं से इस आयोजन को यादगार बना दिया।
खास बात यह रही कि इस आयोजन में मुख्य अतिथि और अध्यक्ष जैसी कोई औपचारिकता नहीं निभाई गई और आयोजन पूरी तरह कविताओं पर फोकस रहा। इस आयोजन में पुस्तकालयध्यक्ष अंजू गुप्ता का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम की शुरुआत से पहले जाने-माने कवि व साहित्यकार डॉ गंगा प्रसाद विमल और वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार राधेश्याम शर्मा के निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस आयोजन में देश के जाने माने कवि प्रो. कुमार कृष्ण, वरिष्ठ कवियत्री सरोज परमार, विजय कपूर, गुरमीत बेदी, डॉ. पान सिंह, सीमा गुप्ता , बलवंत तक्षक , डा. विमल कालिया, शशि कुमार, नंदकिशोर , गीता उपाध्याय , दीपक भारद्वाज , संतोष कुमार, थॉमसन , जीत बाजवा , यश कंसल , प्रवीण कुमार व सुमित सहित कई कवियों व कवियत्रियों ने कविता पाठ व ग़ज़लों से समा बांध दिया।
उम्मीद संस्था के संस्थापक व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ कवि प्रो. कुमार कृष्ण ने अपनी कुछ चर्चित कविताएं प्रस्तुत कीं, जिन्हें काव्य प्रेमियों की भरपूर दाद मिली। डॉ नीरू चुघ ने कुशलता पूर्वक मंच संचालन करते हुए विभिन्न राज्यों के कवियों को एक-एक करके कविता पाठ के लिए आमंत्रित करने के साथ साथ श्रोताओं को उनका परिचय भी दिया। अनेक कवियों ने तरन्नुम में अपनी रचनाएं पेश करके इस विदा लेते वर्ष को यादगार बना दिया।
इस अवसर पर जाने-माने साहित्यकार लाजपत राय गर्ग , डिप्टी लाइब्रेरियन सुनील, सहायक लाइब्रेरियन गोबिंन्दर सिंह सहित अनेक साहित्य प्रेमी उपस्थित थे। प्रो. कुमार कृष्ण ने इस आयोजन में विशेष सहयोग देने के लिए पुस्तकालयध्यक्ष अंजू गुप्ता का भी खास तौर पर आभार व्यक्त किया। संस्था के प्रचार सचिव गुरमीत बेदी ने बताया कि अपने गठन के बाद से उम्मीद का यह छठा आयोजन था। इसी वर्ष 30 जून को नागार्जुन जयंती पर संस्था ने अपना पहला कार्यक्रम आयोजित किया था जिसमें हिमाचल ,पंजाब, हरियाणा व ट्राइसिटी के कवि शामिल हुए थे।