राजीव भनोट। ऊना
जिला ऊना प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना (Pradhanmantri Matritv Vandna Yojana) को लागू करने में पूरे हिमाचल प्रदेश में पहले पायदान पर है। योजना के लागू होने से अब तक जिला ऊना में 15,870 लाभार्थी इसका लाभ उठा रहे हैं, जिन्हें 6.79 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
प्रति एक हजार जनसंख्या पर जिला ऊना में औसतन 75 आवेदन इस योजना के तहत किए गए हैं, जो पूरे राज्य में सबसे अधिक है। ऊना के बाद जिला कांगड़ा, जिला सोलन तथा जिला मंडी का नंबर आता है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी आईसीडीएस सतनाम सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के अंतर्गत गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली माताओं को उचित खानपान व पोषण के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से तीन किश्तों में आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
योजना के तहत पहले बच्चे के जन्म पर 5 हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। योजना के तहत एक हजार रुपए की पहली किश्त गर्भावस्था के पंजीकरण के समय दी जाती है जबकि दूसरी किस्त में छह माह की गर्भावस्था के बाद प्रसवपूर्व जांच कर लेने पर दो हजार रुपए तथा बच्चे के जन्म पंजीकरण और बीसीजी, ओपीवी, डीपीटी और हेपेटाइटिस-बी सहित टीके का चक्र शुरू होने पर तीसरी किश्त दी जाती है।
उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने कहा कि योजना का लाभ लेने के लिए प्रथम बार गर्भधारण करने वाली पात्र महिला नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र अथवा सीडीपीओ कार्यालय में संपर्क कर सकती है।
इस योजना के तहत लाभ लेने के लिए महिला भारत की नागरिक होना आवश्यक है। आवेदक महिला किसी सरकारी नौकरी में नहीं होनी चाहिए। लाभार्थी को सहायता राशि सीधे उनके बैंक अकांउट में ट्रांसफर की जाती है।
बैंक खाता आधार नंबर के साथ लिंक होना अनिवार्य है। आवेदन प्रपत्र के साथ माता-पिता दोनों के आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेज़ लगाना अनिवार्य है। योजना का लाभ केवल एक बच्चे तक ही सीमित है।