राज्य ब्यूरो प्रमुख : शिमला
राज्यपाल अभिभाषण की चर्चा का जवाब देते हुए सीएम ने कहा कि शराब और खनन माफिया की संपत्तियों को जब्त किया जाएगा। अवैध रूप से प्रॉपर्टी बना रहे इन कारोबारियों के खिलाफ राज्य सरकार प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई की सिफारिश करेगी। सीएम ने कहा कि शराब कांड में शामिल आरोपियों को हवालात में भेज दिया है और आबकारी एवं कराधान विभाग के 4 इंस्पेक्टरों को सस्पेंड कर दिया है। इसी तरह ऊना विस्फोट मामले में अब तक 11 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं और मुख्य आरोपी रोहित पुरी को ही एसआईटी की टीम ने बुधवार को मुंबई से गिरफ्तार किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने प्रदेश में सत्ता संभालते ही बदला-बदली की संस्कृति को हमेशा के लिए खत्म कर दिया। उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्ष उस बच्चे की तरह है जो मां से खिलौना न मिलने पर सड़क पर लेट जाता है और रोने लगता है। विपक्ष आजकल यही कुछ कर रहा है। उन्होंने विपक्ष को चुनौती दी कि वह एक ऐसा उदाहरण बताएं, जहां सरकार ने बदले की भावना से कार्य किया हो। जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी सरकार ने गृहिणी सुविधा के तहत प्रदेश में 3.25 लाख नि:शुल्क रसोई गैस के कनेक्शन उपलब्ध करवाए, जबकि हिमकेयर योजना के तहत 201 करोड़ रुपये खर्च कर 2.27 लाख गरीबों का नि:शुल्क उपचार करवाया गया।
इसी तरह 18218 गरीबों के लिए सहारा योजना के तहत सहारा दिया गया, जबकि मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत 2231 लोगों को एक सौ करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध करवाई गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने वर्ष 2012-13 से 2017-18 के दौरान 28707 करोड़ रुपये के ऋण लिए और प्रदेश पर कर्ज का बोझ 48 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार के समय ऋण लेने की ग्रोथ 67 फीसदी रही, इसके विपरीत मौजूदा सरकार के कार्यकाल में अभी तक 32 फीसदी की ग्रोथ दर से ऋण लिया गया है और राज्य पर अब भी 63200 करोड़ रुपये के ऋणों का बोझ है।
यूक्रेन में फंसे बच्चों पर सीएम चिंतित
मुख्यमंत्री ने रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते यूक्रेन में हिमाचल के बच्चों के फंसे होने पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि कीव में फंसे हिमाचल के सभी बच्चे सुरक्षित निकाल लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में फंसे बच्चों को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार प्रभावी प्रयास कर रही है और प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया है कि यूक्रेन से एक-एक बच्चा सुरक्षित लाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन से हिमाचल के अभी तक 108 विद्यार्थी सुरक्षित प्रदेश वापस आ चुके हैं।
जनमंच में 48 हजार को न्याय
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनमंच योजना के दौरान 48 हजार जनसमस्याओं का निपटारा किया गया है। सरकार ने 20 हजार गौवंश को सदनों में पहुंचाया है। इसके अलावा 70 साल के बुजुर्गों को बिना शर्त के पेंशन योजना का लाभ दिया गया। हर घर को गैस चूल्हा उपलब्ध करवाया गया। हिमकेयर योजना में 2 लाख 27 हजार का मुफ्त इलाज किया गया। सीएम सहारा योजना से 18 हजार 218 की मदद की गई। शगुन योजना कई बेटियों के लिए वरदान साबित हुई।
13 हजार करोड़ का निवेश
सीएम का कहना था कि इन्वेस्टर मीट के माध्यम से राज्य में 13 हजार 500 करोड़ का निवेश धरातल पर उतारा गया। उन्होंने कोविड काल का जिक्र करते हुए कहा कि मार्च 2020 में अचानक उत्पन्न हुई परिस्थितियों के कारण वेंटिलेटर की सुविधा तक नहीं थी। अब सरकार के पास 500 से ज्यादा वेंटिलेटर, 17 हजार से ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर तथा प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का आधारभूत ढांचा मजबूत किया गया है। कोविड काल की विपरीत परिस्थितियों के कारण बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही है।