हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : प्रदेश हाईकोर्ट ने पटवारी परीक्षा में हुई कथित धांधली को लेकर चल रहे मामले में परीक्षा से जुड़ा तमाम रिकॉर्ड तलब कर लिया है। मामले पर सुनवाई 2 जनवरी को निर्धारित की गई है। याचिकाकर्ताओं का आरोप है कि परीक्षा केंद्रों में बदइंतजामी के चलते सैकड़ों परीक्षार्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए।
कई परीक्षार्थियों को गलत परीक्षा केंद्र देने, दो-दो परीक्षार्थियों को एक ही रोल नंबर देने, प्रश्न पत्र देरी से देने जैसी घटनाएं होने से परीक्षा में बड़े स्तर पर गड़बडिय़ां हुई हैं, जिस कारण सैकड़ों परीक्षार्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए। प्रार्थी ने न्यायालय से परीक्षा रद करने का आग्रह किया है। विज्ञापन के मुताबिक 1194 पदों पर पटवारियों की भर्ती होनी है। मामले पर सुनवाई तरलोक सिंह चौहान व चंद्रभूषण बारोवालिया की खंडपीठ के समक्ष हुई।
गौरतलब है कि जिला लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य सभी 11 जिलों में पटवारियों के पद भरे जाएंगे। इनमें मोहाल के तहत 932 और सेटलमेंट में 262 पद भरे जाएंगे। हिमाचल में बिलासपुर में 31, चंबा में 68, हमीरपुर में 80, कांगड़ा 220, किन्नौर 19, कुल्लू में 42, मंडी 174, शिमला में 115, सिरमौर में 52, सोलन में 63, ऊना में 69 पटवारियों के पद भरे जाएंगे। कांगड़ा मंडल में 143 और शिमला मंडल में 119 पटवारियों के पद भर जाएंगे। इस भर्ती के लिए 3 लाख से अधिक आवदेन आए थे।
सरकार ने घोषित कर दिया है रिजल्ट
कोर्ट में चल रहे इस केस के बीच इधर सरकार ने पटवारी भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। इस लिखित परीक्षा के बाद इंटरव्यू का प्रावधान भी नहीं है, इसलिए भर्ती प्रक्रिया पूरी हो गई है। परीक्षा के दौरान कांगड़ा के कुछ सेंटरों पर काफी विवाद हुआ था। तीन लाख से ज्यादा आवेदक होने के कारण दोबारा परीक्षा या इसे रद करने की मांग को सरकार ने खारिज कर दिया था।