- ऋणों पर निर्भरता कम करने के उपाय बजट में नजर आएंगे
- खुद कोई विभाग नहीं रखूंगा, टीम वर्क के साथ आगे बढ़ेंगे
शिमला : राज्य के नए मुख्य सचिव अनिल खाची कहते हैं कि सभी प्रशासनिक सचिवों को वह फ्री हैंड देंगे, लेकिन डिलीवर करना होगा। काम में ढील किसी स्तर पर बर्दाश्त नहीं होगी। वह सचिवालय में मीडिया से अनौपचारिक बात कर रहे थे। अनिल खाची ने कहा कि मुख्य सचिव का अपनी कोई प्राथमिकता नहीं हो सकती। पॉलीटिकल लीडरशिप एजेंडा तय करती है और हमारा काम उसे अचीव करना है। सभी सचिव अपने अपने विभागों में स्वतंत्र हैं।
पॉलिसी मैटर कैबिनेट का विशेषाधिकार है। कैबिनेट के एडवाइजर के तौर पर मुख्य सचिव की ड्यूटी है कि हर फैसले के लाभ और हानि को लेकर सरकार को बताएं। कैबिनेट सुप्रीम है, जो फैसला ले, उसे लागू करने से हम पीछे नहीं हटेंगे। मुख्य सचिव ने कहा कि मैं खुद कोई विभाग नहीं रखूंगा और टीम वर्क के साथ आगे बढ़ेंगे। इसी भावना को कर्मचारियों के स्तर तक ले जाना होगा। उन्होंने कहा कि मेरा काम रिव्यू, मॉनीटर करने और यदि कोई दिक्कत आ रही है तो उसे दूर करने का है।
विभागों के बीच के मसले सुलझाने में देरी नहीं होगी। सभी सचिवों की मदद के लिए हर समय उपलब्ध हूं। राज्य की ऋणों पर निर्भरता कम करने के उपायों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में अनिल खाची ने कहा कि इसके लिए बजट का इंतजार कीजिए, उसमें ये उपाय नजर आएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी छवि बेहद कड़क अफसर की बना दी गई है। हालांकि मुझे पता है कि कब किस जिम्मेदारी को किस तरह संभालना है? बतौर मुख्य सचिव सरकार के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए हर संभव कोशिश होगी।
फील्ड अफसरों के तबादले से इनकार नहीं
मुख्य सचिव बनने के बाद अब अफसरों की टीम बदलने के सवाल पर अनिल खाची ने कहा कि इस बारे में कुछ भी कहना संभव नहीं है। जब जरूरी होगा, तो तबादले भी होंगे। उन्होंने कहा कि ब्यूरोक्रेसी में टीम वर्क की अप्रोच लाएंगे। अब रोल बदला है तो अप्रोच भी बदलेगी।