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एसपी को सौंपा ज्ञापन, लड़की के पिता ने कहा- न्याय नहीं मिला तो कर लेंगे आत्महत्या
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। बिलासपुर
बिलासपुर एसपी कार्यालय में प्रदेश सरकार के सख्त रवैये के बावजूद वीरवार को कोरोना कर्फ्यू के तहत लगाई गई धारा 144 की सरेआम धज्जियां उड़ीं, जहां पर विभिन्न संस्थाओं ने सामान्य वर्ग संयुक्त मंच के बैनर तले अन्य संस्थाओं के पदाधिकारी एसपी को जुखाला क्षेत्र में कुछ दिन पहले जमीनी विवाद में एक लड़की के साथ हुई मारपीट व लड़की के परिवार पर एट्रोसिटी का मामला दर्ज करने के विरोध में ज्ञापन देने आए थे।
इन पदाधिकारियों ने पुलिस कार्रवाई के विरोध में धरना प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की। इस अवसर पर देवभूमि क्षेत्रीय महासभा के प्रदेशाध्यक्ष अमर सिंह ठाकुर ने कहा कि 21 मई को जुखाला के एक गांव में एक जमीनी विवाद को लेकर हुए लड़ाई-झगड़े में एक लड़की से न केवल मारपीट की गई बल्कि उस पर पत्थर बरसा कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया गया।
इसमें उसकी नाक टूट गई है, लेकिन इतना सब कुछ होने के बावजूद दूसरे पक्ष ने लड़की व उसके परिवार के उपर झूठा एट्रोसिटी का मामला पुलिस में दर्ज करवा दिया। पुलिस ने भी दूसरे पक्ष के कहने पर यह मामला दर्ज कर लिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस को चाहिए था कि दूसरे पक्ष के खिलाफ धारा 302 व 307 के तहत मामला दर्ज होना चाहिए था। उन्होंने पुलिस प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पुलिस ने इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं की तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।
इस अवसर पर लड़की के पिता प्रताप ने कहा कि यहां पर अपनी गिरफ्तारी देने आए थे। उनकी किसी ने कोई मदद नहीं की। अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेंगे। उन्होंने सरकार से उन्हें न्याय प्रदान करने की मांग की है। इसके बाद विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने एसपी को ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने इस मामले पर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर क्षेत्रीय महासभा के जिला संयोजक विजय चंदेल सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।