जीवन ऋषि : धर्मशाला
देश में पहली अप्रैल से 800 से ज्यादा जीवन रक्षक दवाइयां महंगी हो गई हैं। आम घर से लेकर राज्यसभा तक गरमा रहे मुद्दे की हिमाचल दस्तक ने शनिवार को पड़ताल करने का प्रयास किया। इस दौरान पता चला कि जैसे-जैसे नई बिलिंग होगी, दवाओं के रेट बढ़े हुए मिलेंगे।
अभी तक जो नई बिलिंग हुई है, उसके अनुसार हिमाचल में शुगर इंसुलिन लैंटस का एक टीका अब 722 से बढ़कर 794 रुपये हो गया है। इसमें 72 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह ब्लड प्रेशर में इस्तेमाल की जाने वाली बाइसोनेक्स की 15 टैबलेट्स के नए रेट अब 118 से बढ़कर 130 रुपये हो गए हैं। दर्द-सूजन दूर करने में यूज होने वाली लाइजर डी टैबलेट की 10 गोलियां के नए दाम 214 से 235 पहुंच गए हैं। बीपी में इस्तेमाल होने वाली ओबेटोहैप 10 एमजी के नए दाम 340 से 3६0 रुपये हो गए हैं। कोलेस्ट्रोल की दवा एटोरलिप एफ अब 333 से 366 रुपये प्रति पैक पहुंच गई है। ये सभी रेट ओपन मार्केट के हैं। आने वाले दिन में नई बिलिंग के साथ दाम बढ़ते जाएंगे। तमाम दवाएं 11 फीसदी तक महंगी हुई हैं।
ओपन मार्के ट से क्यों खरीद: पिछले एक दशक में हिमाचल का हेल्थ सिस्टम और भी मजबूत हुआ है। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में हर तरह की जीवन रक्षक दवाएं फ्री मिलती हैं, लेकिन वहां समय ज्यादा लगने से लोग प्राइवेट संस्थानों का रुख करते हैं। इसी तरह अच्छी पेइंग कैपेसिटी वाले कई लोग ब्रांड नेम पर ज्यादा भरोसा करते हैं। डॉ. कहते हैं कि अकसर कई लोग मानते हैं कि ब्रांडेड दवा ज्यादा प्रभावशाली होती हैं। इस कारण लोग प्राइवेट स्टोर का रुख करते हैं।
हिमाचल में सारी दवाएं फ्री
दवाओं के बढ़े रेट का हिमाचल पर क्या असर होगा, इस पर मेडिकल ऑफिसर विक्रम कटोच ने कहा कि प्रदेश की जनता को फिक्र करने की जरूरत नहीं है। हमारे स्वास्थ्य संस्थानों में लगभग सारी दवाएं फ्री हैं। पीएचसी में 163 दवाएं 53 अन्य चीजें मसलन सिरिंज, पट्टी आदि फ्री मिलती है। इसी तरह रीजनल हॉस्पिटल, जोनल हॉस्पिटल, सीचएसी में 402 दवाएं व 77 अन्य स्वास्थ्य उपकरण व चीजें फ्री दी जा रही हैं। कुछ दवाओं को छोड़कर सारी मेडिसिन सरकारी अस्पतालों में फ्री दी जा रही हैं।
हिमाचल का हेल्थ सिस्टम मजबूत है। लोगों को सरकारी अस्पतालों से दवाइयां लेनी चाहिए। सरकारी अस्पतालों में हर तरह की दवाएं मौजूद हैं। इसके अलावा हिमकेयर-आयुष्मान कार्ड धारकों को सरकारी सेवाओं का लाभ लेना चाहिए
-जयराम ठाकुर, मुख्यमंत्री, हिमाचल प्रदेश।
बीपी कंट्रोल करने वाली दवा के दाम भी बढ़े
11 फीसदी तक ओपन मार्केट में महंगी हुईं ज्यादातर दवाइयां