अनुज/ सुलिंदर चोपड़ा। टाहलीवाल
टाहलीवाल के एक उद्योग के कामगार एक हफ्ते से गेट के बाहर इधर-उधर बैठक कर घर चले जाते हैं। बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से हिमाचल प्रदेश में मार्च महीने के आखिरी हफ्ते में लॉकडाउन लग गया था, जिसकी वजह से काफी ज्यादा उद्योग बंद पड़े हैं। तब से यह उद्योग भी बंद पड़ा है, लेकिन इस उद्योग के मालिक ने अभी तक कामगारों को वेतन नहीं दिया।
कामगारों का आरोप है कि हमें उद्योग मालिक ने मार्च महीने का वेतन भी उतने दिनों का दिया था, जितने दिन लगे थे। कामगारों का यह भी कहना है कि हमारी जिला प्रशासन ने भी मदद नहीं की। हम जिलाधीश, एसपी, औद्योगिक मैनेजर, लेबर ऑफिसर आदि से कई बार मिल चुके हैं, लेकिन अभी तक हमारा कोई भी हल नहीं निकला।
जब हम इन सभी से मिलते हैं तो यही आश्वासन मिलता है कि आपकी समस्या जल्द हल हो जाएगी। सभी कामगारों ने मन बना लिया है कि अगर कुछ दिनों तक हमारी समस्या हल नहीं हुई तो हम भूख हड़ताल व चक्का जाम करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।