सुलिंद्र सिंह / राजीव भनोट। संतोषगढ़
नगर परिषद संतोषगढ़ वार्ड नंबर चार में प्रदेश सरकार डिपो में आटा के साथ छिपकली व कीड़े भी दे रही है। डिपो से मिलने वाला आटा इतना घटिया है कि इंसान तो दूर पशु तक भी इस आटे को खाकर बीमार हो जाए। हैरानी की बात यह है कि आटे की पैकिंग को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है। सरकारी डिपो से लिए गए आटे में छिपकली मिली है। इससे उपभोक्ताओं में डर का माहौल पैदा हो गया है। भले ही फूड इंस्पेक्टर द्वारा मामले की फ्लोर मिल पर कार्रवाई करने की बात कही जा रही है, लेकिन अगर यही आटा खाकर कोई बीमार या जान पर बन आती, तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होती।
बता दें कि नगर परिषद संतोषगढ़ के वार्ड नं.-4 के मूलराज ने डिपो होल्डर से राशन लिया था। एक दिन बाद जब बोरी को खोला गया, तो आटे को निकालते समय मरी हुई छिपकली दिखाई दी, जिसे परिवार ने ऐसे ही रहने दिया और इसकी सूचना सरकारी डिपो को दी। परिवार की सदस्य बेबी देवी का कहना है कि आटे के थैले की पैकिंग पुरानी लगती है और आटा गंदा है। उन्होंने कहा कि सरकारी डिपो में आटे की गुणवत्ता कम होना लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भले ही कम राशन दे, लेकिन गुणवत्ता सही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे पहले राशन बेहतर आ रहा था, लेकिन अब राशन खाने लायक नहीं है।
पुलिस ने किया अनसुना
आटे में मरी हुई छिपकली मिलने के बाद परिवार शिकायत करने पुलिस चौकी संतोषगढ़ पहुंचा, जहां पुलिस कर्मियों ने कहा कि यह हमारा मामला नहीं है। आप वापस जाएं। हालांकि परिवार एफआईआर को लेकर अड़ा रहा, लेकिन पुलिस ने मामले को अनसुना कर दिया।