चंद्रमोहन चौहान। ऊना
ऊना मुख्यालय पर स्थित मलाहत रोड पर राष्ट्रीय उच्चमार्ग विभाग द्वारा किया जा रहा सड़क का निर्माण कार्य स्थानीय लोगों के लिए जी का जंजाल बनता जा रहा है। सड़क निर्माण के चलते जलशक्ति विभाग द्वारा लोगों के घर-द्वार तक पहुंचने वाली पानी की पाइपें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं जिससे करीब एक सप्ताह से स्थानीय लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं।
हालात इतने गंभीर बन चुके हैं कि लोगों को पीने के लिए भी पानी नसीब नहीं हो रहा है। वहीँ जलशक्ति विभाग ने इस समस्या का ठीकरा नेशनल हाईवे विभाग पर फोड़ा है। विभागीय अधिकारी का कहना है कि सड़क निर्माण से पहले जलशक्ति विभाग को कोई सूचना नहीं दी गई जिससे उनकी सिंचाई, पेयजल और सीवरेज की पाइपों को क्षति पहुंची है और लोगो को समस्या पेश आ रही है।
दरअसल ऊना-मलाहत रोड पर सड़क निर्माण कार्य के चलते सड़कों के नीचे बिछी पाइपों को निकाल दिया गया है, जिसके चलते ऊना-मलाहत रोड पर स्थित घरों में पिछले एक सप्ताह से पानी नहीं आ रहा है, जिसके चलते लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों ने जल शक्ति विभाग से जल्द से जल्द पानी की समस्या हल करने की मांग उठाई है।
स्थानीय बाशिंदों ने कहा कि सड़क निर्माण के चलते पिछले एक सप्ताह से जहां सड़क पूरी तरह बंद कर दी गई है, वहीं अब सड़कों पर बिछी पानी की पाइपें भी निकाल दी गई है, जिसके चलते घरों में पानी नहीं आ रहे हैं। ऐसे में पानी की काफी किल्लत हो रही है। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण के चलते पानी नहीं पहुंच पा रहा है, ऐसे में विभाग को चाहिए कि पानी की व्यवस्था की जाए, वो चाहे टैंकर के माध्यम से ही हो।
उन्होंने कहा कि सड़क का काम चले, इससे हमें कोई परेशानी नहीं, लेकिन जिस प्रकार पिछले कुछ दिनों से पानी नहीं आ रहा है, उससे हमें दिक्कत पेश आ रही है। उन्होंने कहा कि समस्या को लेकर विभाग को भी सूचित किया गया, लेकिन अभी तक कोई समस्या का हल नहीं हो पाया है।
जलशक्ति विभाग के सहायक अभियंता होशियार सिंह ने पूरे मामले का ठिकरा राष्ट्रीय उच्च मार्ग विभाग पर फोड़ा है। उन्होंने कहा कि इस बारे न कोई सूचना दी गई और न ही कोई बैठक की गई। इससे पहले सड़क बनाने के लिए बकायदा मीटिंग होती थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया गया।
राष्ट्रीय उच्चमार्ग द्वारा सड़क बनाने के लिए सड़क किनारे बिछी पाइपों को उखाड़ फेंका है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा लोगों की समस्या के समाधान का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है।