राजेश कुमार। धर्मशाला
पूर्व मंत्री जीएस बाली ने कोरोना महामारी में चल रही वैक्सीनेशन पर जारी बयान में कहा कि केन्द्र सरकार की घोषणानुसार आज से पूरे देश में 18 साल से ऊपर की आयु वाले नागरिकों का टीकाकरण होना था, लेकिन मीडिया और अन्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त टीकाकरण आज से हिमाचल प्रदेश में नहीं होने जा रहा है, क्योंकि सरकार के पास वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। यह काम अब मात्र पंजीकरण तक सीमित रह गया है । आज केन्द्र में भी भाजपा की सरकार है और हिमाचल प्रदेश में भी भाजपा की सरकार है। इस डबल इंजन की सरकार द्वारा अपनी घोषणानुसार उक्त टीकाकरण की व्यवस्था न करने के कारण सरकार की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगता है और यह सरकार इस महामारी के दौर में भी झूठ बोलने से नहीं हट रही है।
सरकार तैयारी किए बिना ही घोषणाएं कर रही है। जय राम की सरकार और केन्द्र सरकार इस महामारी को पनपने से रोकने की अपेक्षा पहले चुनावों और रैलियों में व्यस्त रही और अब लोगों को अपने हाल पर छोड़ दिया है । बाली ने कहा कि प्रदेश में हजारों संक्रमित व्यक्ति होम आइसोलेशन में हैं और उनके पास ऑक्सीमीटर नहीं है जिससे वे अपना ऑक्सीजन लेवल देख सकें।
सरकार ने नहीं उठाए कारगर कदम
बाली ने कहा कि एक साल से ज्यादा समय से यह महामारी फैल रही है, लेकिन सरकार ने न तो इस गम्भीर, जान लेवा बीमारी से निपटने हेतू कारगर कदम उठाए और न ही आवश्यक दवाइयों, ऑक्सीजन, अतिरिक्त बिस्तरों, वैटीलेटरों और ऑक्सीमीटर इत्यादि की प्रयाप्त व्यवस्था की। जो ऑक्सीमीटर 600 रुपये में मिलता था वह आज 6000 रूपये में मिल रहा है। प्रदेश सरकार को चाहिए था कि वह समय रहते कम से कम चालीस से पचास हजार ऑक्सीमीटर खरीदने हेतू आवश्यक कदम उठाती । अत: हम मुख्य मंत्री से आग्रह करते हैं कि वह केन्द्र सरकार से अपने प्रभाव का सदुपयोग करके हिमाचल वासियों को जिन्हें पहला टीका लग गया है, उन्हें दूसरा टीका और जिन्हें पहला टीका नहीं लगाया गया है, उन्हें तुरन्त पहला टीका लगाने हेतू प्रयत्न करने चाहिए ।