राजीव भनोट। ऊना
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) हिमाचल प्रदेश के कार्यकर्ताओं द्वारा कोरोना महामारी के समय में मिशन रक्षक अभियान के तहत 15 जून से लेकर 25 जून तक पूरे प्रदेश में जागरूकता अभियान चलाया गया।
एबीवीपी के प्रदेश मंत्री विशाल वर्मा ने कहा की इस अभियान के तहत विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता हिमाचल प्रदेश के 1,141 गांव तक पहुंचे, जिसके माध्यम से 58,500 लोगों को कोरोना महामारी तथा वैक्सीन हेतु जागरूक किया गया। इसी के साथ साथ कार्यकर्ताओं ने गांव में रहने वाले विद्यार्थियों से भी संपर्क किया तथा उनको पाठ्यसम्ग्री प्रदान कर उनकी यथासंभव सहायता भी की।
गौरतलब है की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इस महामारी के समय में छात्र संगठन होने के साथ-साथ समाज के प्रति अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को समझते हुए विभिन्न प्रकार के सेवा माध्यमों से अपनी भूमिका अदा की है। इस अभियान में 1,702 कार्यकर्ता लगे हुए थे।
विशाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत सारे स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों तथा सुविधाओं का अभाव है। निश्चित रूप से कोरोना महामारी से बहुत सारे सबक भी मिले हैं परंतु सरकार को ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं सुदृढ़ करने की ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
प्रदेश मंत्री विशाल वर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी के समय में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने स्वयं के स्वास्थ्य की चिंता किए बिना सर्व समाज को अपना परिवार मानते हुए लोगों की सेवा की है।
चाहे वो कोरोना ग्रसित व्यक्तियों का मृत्यु के पश्चात अंतिम संस्कार करना, कोरोना मरीजों के घर के दरवाजे तक निशुल्क भोजन तथा दवाइयां पहुंचाना, वैक्सीन केंद्रों पर अपनी सेवाएं देना, सैनिटाइजेशन अभियान चलाना, गांव गांव जाकर स्क्रीनिंग अभियान चलाना तथा अस्पतालों में रक्त की भारी कमी को देखते हुए रक्तदान शिविरों का आयोजन करना जैसे विभिन्न प्रकार के सेवा कार्य विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने इस संकट की घड़ी में किए हैं।
मिशन रक्षक अभियान के तहत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सभी नागरिकों से यह आग्रह किया है कि किसी भी प्रकार की भ्रांतियों में न आते हुए सभी लोग वैक्सीन अवश्य लगाएं।