धर्मशाला/पालमपुर:मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने पूर्व और पश्चिम की संस्कृति को जोडऩे में सफलता प्राप्त की। उन्होंने कहा कि स्वामी ने हिंदू धर्मग्रंथों, दर्शन और जीवन पद्धति को पश्चिमी लोगों तक पहुंचाया।
स्वामी ने पश्चिमी लोगों को यह अनुभव करवाया कि गरीबी और पिछड़ेपन के बावजूद, भारत का विश्व संस्कृति में महान योगदान था। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रविवार को पालमपुर में योग और प्राकृतिक चिकित्सा के कायाकल्प हिमालयन अनुसंधान संस्थान द्वारा आयोजित स्वामी विवेकानंद जन्मोत्सव समारोह में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि यह दिन पूरे देश में हर वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। विश्व स्तर पर हिंदू धर्म और हिंदू आध्यात्मवाद के पुनरुत्थान का श्रेय स्वामी विवेकानंद को जाता है। उन्होंने कहा कि विश्व बंधुत्व और आत्म-जागृति का स्वामी विवेकानंद का संदेश आज के वैश्विक राजनीतिक उथल-पुथल के परिपेक्ष्य में और भी अधिक प्रासंगिक है।
स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं सभी के लिए प्रेरणा
मुख्यमंत्री ने कहा कि 11 सितंबर, 1893 में स्वामी विवेकानंद ने विश्व धर्म संसद में भारत का प्रतिनिधित्व किया और अपनी प्रारंभिक पंक्ति मेरे अमेरिकी भाइयों और बहनों के साथ सभी को चौंका दिया। इनके इस वाक्यांश का श्रोताओं ने खड़े होकर अभिवादन किया और वेदांत के सिद्धांतों और उनके आध्यात्मिक महत्व का वर्णन किया और हिंदू धर्म को विश्व धर्मों के मानचित्र पर रखा। जयराम ठाकुर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं और जीवन के बारे में युवा पीढ़ी को शिक्षित करने के लिए इस तरह के समारोह का आयोजन सराहनीय है। उन्होंने कहा कि स्वामी की शिक्षाएं कई लोगों के लिए प्रेरणा है और विशेषकर युवाओं के लिए उनके शब्द आत्म-सुधार के लक्ष्य बन गए हैं। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जातिगत भेदभाव के खिलाफ थे और सार्वभौमिक भाईचारे तथा समानता में विश्वास रखते थे।
104 विद्यार्थियों को किया सम्मानित
मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए। मुख्यमंत्री ने 104 छात्रों को सम्मानित किया। उन्होंने सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार भी दिए जो एबीवीपी द्वारा हाल ही में आयोजित किए गए थे। मुख्यमंत्री ने विवेकानंद ट्रस्ट को 11 लाख रुपये अपनी ऐच्छिक निधि से देने की घोषणा की और कायाकल्प हिमालयन अनुसंधान संस्थान को 8.50 लाख रुपये देने की घोषणा की। इससे पहले पालमपुर पहुुंचने पर मुख्यमंत्री ने विवेकानंद मेडिकल संस्थान के परिसर में स्वामी जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि समर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।