सुदर्शन ठाकुर। पतलीकूहल
चार महीने का पानी का बिल 48734 रुपये थमा देने से कटराईं उपमंडल के जल शक्ति विभाग के इस कारनामे से उपभोक्ता परेशान हैं। हालांकि बिल पर नई मीटर रीडिंग दिखाई गई है लेकिन पुरानी मीटर रीडिंग का कॉलम खाली है।
कटराईं के स्वरूप लाल उपाध्याय को जल विभाग ने 48734 रुपये का पानी का 4 महीने का बिल दिया तो वह भौचक्के रह गए, क्योंकि दिसंबर, 2020 तक वह नियमित रूप से अपना पानी का बिल भरते रहे हैं। हालांकि दिसंबर महीने के पानी का बिल करने की रिसीद उनके पास है लेकिन जनवरी से मई 2021 तक का पानी का बिल 48 हजार से अधिक आया तो दंग रह गए।
वहीं पर गांव बशकोला के निवासी कुंजन बौध को भी अप्रैल 2021 तक का पानी का बिल 26,763 थमा दिया है। जब उपभोक्ता ने जल शक्ति विभाग के कार्यालय में रजिस्टर में एंट्री देखी तो 20 सितंबर, 2020 को उन्होंने 2700 रुपये बिल के अदा किए हैं, लेकिन 7 महीने में 26 हजार रुपये से अधिक पानी का बिल आने से हैरान रह गए।
कटराईं के अजय शर्मा ने बताया कि उनका पानी का मीटर उनके पिता के नाम स्वर्गीय हरवंस शर्मा के नाम है जिनका पानी का बिल भी 27381 रुपये आया है जबकि दिसंबर, 2020 तक पानी के बिल की अदायगी की जा चुकी है। कटराईं उपमंडल में जैसे-जैसे लोगों को पानी के बिल मिल रहे हैं, वैसे-वैसे कई उपभोक्ताओं को इसी तरह के बिल आ रहे हैं।
कुंजन बौध ने बताया कि जब उन्होंने जल शक्ति विभाग के कार्यालय में जाकर अपना रिकार्ड खंगाला तो वहां पर पुरानी रीडिंग विभाग के रजिस्टर में कहीं भी अंकित नहीं थी। जल शक्ति विभाग से पूछताछ करने पर उन्हें बताया कि विभागीय गलती जो पिछले कई वर्षों से मीटर रीडिंग नहीं लेने और सरकारी दस्तावेज को दुरुस्त न रखने की वजह से हुई है।
उन्होंने कहा कि सरकारी दस्तावेज को सही रखने का कार्य विभाग का है उसके लिए आम जनता से हजारों के पानी के बिल की भरपाई क्यों की जा रही है।
उन्होंने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि पानी के बिलों में की जा रही धांधली पर उच्च स्तर पर कार्रवाई की जाए ताकि आम जनता को परेशानी न हो। कोरोनाकाल के चलते जहां लोगों की हालत नाजुक बनी है वहीं पर पानी के बिल हजारों में आने से लोग सकते में हैं। लोगों का कहना है कि जब विभाग का अपना रिकार्ड ही सही नहीं है तो उसकी अदायगी उपभोक्ताओं पर क्यों थोपी जा रही है।
उधर जलशक्ति विभाग उपमंडल कटराईं के सहायक अभियंता अलंकृत प्रकाश ने कहा कि कोरोनाकाल के चलते मार्च, 2020 से उपभोक्ताओं को बिल नहीं दिए गए थे, लेकिन अब हर महीने पानी के बिल रीडिंग के हिसाब आया करेगा। उन्होंने कहा कि जिन उपभोक्तओं के बिल अधिक हैं, वे किस्तों में बिल की अदायगी कर सकते हैं।