हिमाचल दस्तक। शिमला
हिमाचल प्रदेश में कल से फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो जाएगा। मौसम विज्ञान (Weather Update) केन्द्र द्वारा किन्नौर, लाहौल स्पीति, कुल्लू, मंडी, शिमला, चंबा, सिरमौर में कई स्थानों पर गर्जन के साथ बारिश, ओलावृष्टि व आंधी चलने का अलर्ट जारी किया गया है। केन्द्र की माने तो प्रदेश में 5 अप्रैल तक मौसम के मिजाज कड़े बने रहेंगे। जबकि 6 से 8 अप्रैल के बीच मौसम साफ बना रहने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है।
प्रदेश के अधिकाशं स्थानों पर मंगलवार को दिन के समय मौसम साफ बना रहा। मैदानों सहित पहाड़ों पर दिन के समय धूप खिली रही। मगर दोपहर बाद पहाडों पर शीतलहरों का प्रवाह शुरू हो गया था। ठंडी हवाओं के चलने से पहाड़ों पर शाम के समय ठंड का प्रकोप देखा गया। हालांकि अधिकतम तापमान में कोई उल्लेखनीय परिवतर्न नहीं आंका गया है। मगर अगामी दिनों में बारिश व ओलावृष्टि होने के चलते तापमान में गिरावट आने की संभावना जताई जा रही है।
प्रदेश में बीते 24 घंटों के दौरान भी मौसम साफ बना रहा। बारिश बर्फवारी न होने से न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी आंकी गई है। बीते दिनों के दौरान बर्फवारी होने से केलांग व कुकुमसेरी का पारा अभी भी माईनस डिग्री में चल रहा है। मगर राज्य के शेष क्षेत्रों के तापमान में बीते दिनों के मुकाबले बढोतरी आंकी गई है। तापमान में बढ़ोतरी आने से सुबह व शाम के समय पड़ रही ठंड का प्रकोप कम हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि प्रदेश में बुधवार से पश्चिमी विक्षोभ पूरी तरह से सक्रिय हो जाएगा। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों सहित चोटियों पर भारी बारिश, आंधी व ओलावृष्टि होगी। राज्य में 5 अप्रैल तक मौसम खराब बना रहेगा। जबकि 6 अप्रैल से प्रदेश में फिर से मौसम साफ बना रहेगा।
बागवानी पर भारी पड़ सकती है बारिश –
हिमाचल प्रदेश में मौसम की करवट बागवानी (horticulture) पर भारी पड़ सकती है। प्रदेश के कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में नाशपाती सहित सेब के पौधों में पिंक स्टेज के बाद अब फूल खिलने शुरू हो गए है। ऐसे में अच्छी सेटिंग के लिए तापमान में का सामान्य बना रहना जरूरी होता है। अगर बारिश व ओलावृष्टि होती है तो यह बागवानी के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। मौमस विज्ञान केन्द्र के पूर्वानुमान ने बागवानों को चिंता में डाल दिया है