- वाहनों को किया जा रहा है लोकेट
- कमांड कंट्रोल रूम का जल्द होगा शुभारंभ
टेकचंद वर्मा : शिमला
हिमाचल प्रदेश में वाहन कहां है। जिला के किस स्टेशन से कितनी किलोमीटर की दूरी पर है और वाहन किस ओर जा रहा है। अब इसकी लोकेशन आसानी से लोकेट होगी। परिवहन विभाग में कमांड कंट्रोल रूम तैयार हो गया है। जहां से ट्रायल तौर पर वाहनों को लोके ट करना शुरू कर दिया गया है। जिसके माध्यम से अब आसानी पता लग पाएगा कि कौन सा वाहन कहां पर है और वाहन किस ओर जा रहा है।
परिवहन विभाग द्वारा वाहनों को लोकेट करने के मुख्यालय में कमांड कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। कंट्रोल रूम पूरी तरह से तैयार हो गया है। इस कंट्रोल रूम से वाहनों को लोकेट करना भी शुरू कर दिया गया है। हालांकि मौजूदा समय में वाहनों को ट्रायल के तौर पर लोकेट किया जा रहा है। मगर शीघ्र ही कमांड कंट्रोल रूम का उद्घाटन होने के बाद यहां से पूरे प्रदेश में दौडऩे वाले वाहनों पर नजर रहेगी। मौजूदा समय में प्रदेश में जितने भी वाहनों में व्हीकल ट्रैकिंग डिवाइस लगा है। उन वाहनों को लोकेट किया जा रहा है। इन वाहनों में ट्रैकिंग डिवाइस के साथ साथ पैनिक बटन भी लगा है।
आपदा स्थिति या फिर वाहनों में महिलाओं के साथ छेडख़ानी की स्थिति में अगर उक्त पैनिक बटन सहायता के लिए दबाया जाता है तो कमांड कंट्रोल रूम में इसकी सूचना मिल जाएगी। कमांड कंट्रोल रूम से उक्त सूचना को पुलिस को दिया जाएगा और जिसकी व्यक्ति द्वारा सहायता मांगी गई है। उससे मौके पर ही सहायता प्रदान की जाएगी। उल्लेखनीय है कि कमांड कंट्रोल रूम का 112 के साथ टाईअप किया है। अगर कंट्रोल रूम में सहायता के लिए सूचना आती है तो कंट्रोल रूम से वाहन की लोकेशन को देखकर नजदीकी पुलिस स्टेशन को सूचित किया जाएगा। ताकि समय पर सहायता मिल सके।
प्रदेश में महिलाओं के साथ वाहनों में अकसर छेडख़ानी की घटनाएं पेश आती रहती हैं। इसके पूरी तरह शुरू होने के बाद प्रदेश में वाहनों में महिलाओं के साथ छेडख़ानी की घटनाओं पर अंकुश लगेगा। वहीं महिलाओं के साथ छेडख़ानी करने वालों को भी पकड़ा जा सकेगा।
नए वाहनों में लगा है व्हीकल ट्रैकिंग डिवाइस
प्रदेश में मौजूदा समय में नई वाहनों में व्हीकल ट्रैकिंग डिवाइस लगा है। अब जितने भी वाहन कंपनियों से निकल रहे हैं उन वाहनों में व्हीकल डिवाइस लगा हुआ है। मगर प्रदश्ेा में पहले से जो वाहन चल रहे हैं जिन वाहनों में डिवाइस नहीं लगा है। उन वाहनों में डिवाइस लगाना भी अनिवार्य होगा।