शिमला में हुई स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी की बैठक, 1153 परमिट टैक्सी और बसों के 158 परमिट
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (एसटीए) की शिमला में हुई बैठक में एक साथ 2106 रूट परमिट जारी करने का फैसला हुआ है। होटल होलीडे होम में हुई बैठक की अध्यक्षता एसटीए के चेयरमैन एवं प्रधान सचिव परिवहन जेसी शर्मा ने की, जबकि सदस्य परिवहन आयुक्त कैप्टन जेएम पठानिया, अतिरिक्त आयुक्त सुनील शर्मा समेत सभी नॉन आफिशियल मेंबर इसमें मौजूद थे। बैठक में सभी लंबित रूट जारी कर दिए गए।
एसटीए ने प्रदेश के यात्रियों की समस्या को मद्देनजर रखते हुए इन रूटों पर विचार करने के बाद मंजूरी दी। अब प्रदेश में बसों में यात्रियों को भी भीड़ से थोड़ा छुटकारा मिलेगा। प्रदेश बेरोजगार युवाओं में वाहनों के रूट दिए जाएगा। प्रदेश सरकार ने हिमाचल में टैक्सी-मैक्सी और बसों के 2106 रूट परमिट को मंजूरी दी है। यह मंजूरी परिवहन विभाग में आयोजित स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (एसटीए) की बैठक में दी गई।
बैठक में सबसे अधिक मोटर कैब यानी टैक्सी के 1153 रूट परमिट मंजूर किए हैं। इसके अतिरिक्त 795 रूट परमिट मैक्सी कैब के रूट परमिट और 158 रूट परमिट कांट्रेक्ट कैरिज, ऑल इंडिया रूट परमिट, कांट्रेक्ट बस और स्कूल बसों के रूट परमिट मंजूर किए हैं। नए रूट परमिट जारी करने से जहां प्रदेश में ओवरलोडिंग से निजात मिल सकेगी, वहीं हजारों बेरोजगार युवाओं का रोजगार मिलेगा।
बस ऑपरेटर बेरोजगार श्रेणी से बाहर
आरटीए की इस मीटिंग में पहली बार बस ऑपरेटरों को बेरोजगार कैटेगिरी से बाहर किया गया है। दरअसल रूट परमिट के लिए चार कैटेगिरी महिला, बेरोजगार, सहकारी समिति और एक्स सर्विसमेन को प्राथमिकता मिलती है। विभाग को पता चला था कि तहसीलदार और एसडीएम जो बेरोजगारी का प्रमाण पत्र देते हैं, उनमें स्वरोजगार को रोजगार नहीं मानते। इसलिए ट्रांसपोर्टर भी बेरोजगारी प्रमाण पत्र ले आते थे। इस बार इन्हें प्राथमिकता नहीं दी गई, क्योंकि इनका रिकॉर्ड से विभाग के पास था।
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