राष्ट्रपति भवन में राज्यपालों के सम्मेलन में सामाजिक बुराइयों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाने पर जोर
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने समाज के सभी वर्गों के सहयोग से सामाजिक बुराइयों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि युवाओं और स्वयंसेवी संस्थाओं को नशाखोरी और स्वच्छता आदि के विरुद्ध सक्रिय जन जागरूकता अभियान में भाग लेना चाहिए, ताकि इस अभियान को और सशक्त बनाया जा सके।
राज्यपाल ने नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में हुए राज्यपालों के सम्मेलन में भाग लेते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियां कठिन हैं और आर्थिक संसाधनों का भी अभाव है, लेकिन इसके बावजूद राज्य प्रगति की राह पर आगे बढ़ रहा है। प्रदेश के लोग भोले-भाले, शांतिप्रिय और मेहनती हैं। हिमाचल की प्राथमिकताओं की चर्चा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि राज्य में स्वयं सहायता समूहों और विभिन्न संस्थाओं के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत करने के उपरांत नशा निवारण, स्वच्छता, सांस्कृतिक धरोहर संवद्र्धन, पर्यावरण, पर्यटन और कौशल विकास, गुणवतापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य और जैविक खेती आदि कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित किया
गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपने दो माह के छोटे से कार्यकाल के दौरान उन्होंने विभिन्न सामाजिक मुद्दों को केंद्रित कर समाज में नवाचार को दिशा देने का प्रयास किया है। दत्तात्रेय ने कहा कि नवीन शिक्षा नीति 2019 का प्रारूप सही दिशा में लिया गया कदम है। उन्होंने आध्यात्मिक और नैतिक शिक्षा के आधुनिक शिक्षा के साथ सामंजस्य स्थापित करने पर बल दिया। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने चीन से सटे राज्य किन्नौर और लाहौल-स्पीति क्षेत्र में बेहतर आधारभूत ढांचे, संचार व्यवस्था और तकनीक की उपलब्धता पर बल देते हुए कहा कि इसके लिए आवश्यकतानुसार बजट बढ़ाने का आग्रह किया। राज्यपाल ने हिमाचल प्रदेश को सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण लेह क्षेत्र को हिमाचल प्रदेश से जोडऩे के लिए ब्रॉडगेज रेल लाइन और अंतरराष्ट्रीय स्तर की हवाई पट्टी के निर्माण की आवश्यकता पर भी बल दिया।