वरिष्ठ संवाददाता : शिमला
उद्योग विभाग रावी नदी के किनारे 9 खनन साइटों की नीलामी करेगा। 9 साल बाद यहां पर खनन साइटों की नीलामी की जा रही है। सोमवार को इन साइटों की नीलामी की जाएगी। साइटों के नीलाम हो जाने के बाद रावी नदी किनारे अवैध खनन के मामले रुक जाएंगे। वहीं स्थानीय लोगों की निर्माण सामग्री की मांग भी पूरी हो सकेगी। इससे क्षेत्र के लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। यहां के लेफ्ट आउट एरिया में खनन साइटों की नीलामी का फैसला लिया है। उद्योग विभाग इन खनन साइटों की खुली बोली और टेंडर से नीलामी करेगा। इसमें विभाग को जिस भी साइट की सबसे अधिक बोली प्राप्त होगी, विभाग उस आधार पर उस खनन साइट को नीलाम करेगा।
जिन 9 खंडों पर खनन साइटों की नीलामी की जानी है उनमें से अधिकांश क्षेत्र से 6 से 9 हेक्टेयर के बीच बताए जा रहे हैं। इन खनन साइटों को नीलाम करके विभाग को करीब एक करोड़ रुपये का राजस्व जुटेगा। स्टेट जियोलॉजिस्ट पुनीत गुलेरिया ने बताया कि इन 9 साइटों के लिए जितनी ऊंची बोली लगाई जाएगी, राजस्व भी उतना ज्यादा प्राप्त होगा। उन्होंने बताया कि कम से कम एक करोड़ रुपये तक का राजस्व जुटने की उम्मीद लगाई है।
खननधारकों को लेनी होगी फॉरेस्ट क्लीयरेंस
सात खनन साइट चक्की खड्ड पर, एक चंद्रभागा और एक रावी नदी पर है। इनका रिजर्व प्राइस 1 लाख से लेकर 18 लाख तक का रखा गया है। खनन साइटों की नीलामी के बाद खनन धारकों की जिम्मेदारी होगी कि वह काम शुरू करने से पहले फॉरेस्ट क्लीयरेंस लेना अनिवार्य करें।