चेताया: विकलांग संघ की मांगों को सरकार ने किया अनदेखा
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। धर्मशाला : विकलांग कल्याण संघ हिमाचल प्रदेश की मांगों पर सरकार ने गौर नहीं किया है। संघ ने कुछ दिन पहले जिला प्रशासन के माध्यम से प्रदेश सरकार को अपनी 25 मांगों पर कार्रवाई हेतु एक ज्ञापन भेजा था, जिस पर 10 दिन में कार्रवाई का अल्टीमेटम भी सरकार को दिया था, लेकिन सरकार द्वारा कार्रवाई न करने से नाराज विकलांग कल्याण संघ ने 30 नवंबर को धर्मशाला में सरकार के खिलाफ रोष रैली निकालने के साथ आमरण अनशन शुरू करने का निर्णय लिया है।
यह बात विकलांग कल्याण संघ हिमाचल प्रदेश के प्रदेशाध्यक्ष तकदीर सिंह ने प्रेसवार्ता में कही। उन्होंने बताया कि संघ की प्रमुख मांगों में दिव्यांगों का आरक्षण 10 फीसदी बढ़ाने, दिव्यांगों को 5000 रुपये पेंशन प्रतिमाह देना प्रमुख है। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में दिव्यांगों का आंकड़ा लगभग डेढ़ लाख है, जो कि संघ से जुड़े हैं। 30 नवंबर को रोष रैली में प्रदेश भर के दिव्यांग भाग लेंगे तथा अपनी मांगों को न मानने के विरोध में सरकार के खिलाफ रोष जताएंगे। इस अवसर पर संघ के प्रदेश कानूनी सलाहकार सुरेश ठाकुर, राजेश शर्मा, सीमा, पूजा व अन्य उपस्थित रहे।
कार्रवाई के लिए 10 दिन का दिया था समय
विकलांग कल्याण संघ हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष तकदीर सिंह ने कहा कि संघ ने अपनी 25 मांगों को लेकर जिला प्रशासन के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा था, जिस पर कार्रवाई हेतू 10 दिन का समय दिया गया था। सरकार ने मांगों पर गौर नहीं किया। सरकार के उदासीन रवैये के चलते विकलांग संघ नाराज है तथा संघ द्वारा 30 नवंबर को धर्मशाला में रोष रैली निकालने उपरांत डीसी कार्यालय के बाहर आमरण अनशन शुरू किया जाएगा।