वरिष्ठ संवाददाता, शिमला
एशिया की सबसे बड़ी मानव निर्मित गोविंद सागर झील पर एक और नया बांध बनने की कवायद शुरू हो गई है। बिलासपुर के गंभरोला ट्रसल के फोरलेन पुल के पास यह लघु बांध बनाया जाएगा। जिससे सालभर बिलासपुर के सांडू मैदान में वाटर स्पोट्र्स गतिविधियों के लिए पानी रहेगा। इस बांध को बनाने के लिए 500 ेकरोड़ रुपए का खर्चा आएगा।
कंपनी ने यहां पर ड्रिलिंग का काम शुरू कर दिया है। इस लघु बांध को बनाने के लिए लारसन एंड टूबरो कंपनी ने ड्रिलिंग का कार्य शुरू कर दिया है। वहां पर मिट्टी की गुणवत्ता चेक की जारही है। गोविंद सागर एडवेंचर एंड वाटर स्पोट्र्स एसोसिएशन के राज्य अध्यक्ष सराज अख्तर एव उपाध्यक्ष निर्मला राजपूत ने बताया कि गभरोल्ला ट्रसल फोरलेन पुल के पास लगभग 500 करोड़ पर खर्च किए जाएंगे। इस बांध के बन जाने से साल भर सांडू के मैदान में पर्याप्त पानी रहेगा। पर्याप्त पानी रहने से गोविंद सागर एडवेंचर एंड वाटर स्पोट्र्स एसोसिएशन साल भर वाटर स्पोट्र्स गतिविधियां सुचारू रूप से चलाएगा तथा इस क्षेत्र को पर्यटन एडवेंचर वाटर स्पोट्र्स हब के रूप में निखारा जाएगा। पर्यटक इसमें वाटर स्पोट्र्स और वोटिंग का आनंद ले सकते हैं।
एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने राज्यसभा सांसद एवं बिलासपुर के पूर्व विधायक जगत प्रकाश नड्डा का आभार प्रकट किया जो 1400 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट बिलासपुर के लिए लेकर आए। अब जल्द आने वाले समय में बिलासपुर पर्यटन की दृष्टि से विश्व मानचित्र पर उभर कर सामने आएगा।