हिमाचल दस्तक। मंडी
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के ड्रीम प्रोजेक्ट बल्ह में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण के अंतिम लिडार (लाइट डिटेक्शन एंड रेंजिंग) सर्वे के लिए दिल्ली से टीम मंडी पहुंच चुकी है।
2 चरणों में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिडार सर्वे के लिए टीम ने जिला प्रशासन से 20 जुलाई तक का समय मांगा है। वापकोस लिमिटेड जल शक्ति मंत्रालय के माध्यम से यह लिडार सर्वे करवाया जाएगा जिसकी रिपोर्ट प्रदेश सरकार को सौंपी जाएगी तथा उसके बाद ही इस प्रोजेक्ट की डीपीआर बनाई जाएगी।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण के पहले चरण में 2150 मीटर लंबा रन-वे बनाया जाएगा, वहीँ दूसरे चरण में 1000 मीटर रन-वे में बनाने की योजना है। हवाई अड्डे के निर्माण से पहले सर्वे में निर्माण की वास्तविक स्थिति, भौगोलिक चुनौतियों का पता लगाया जाएगा, वहीं हवाई अड्डे के निर्माण में खर्च होने वाली धनराशि का आकलन भी लगाया जाएगा।
जिला उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी ने बताया कि टीम ने अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण से पहले अंतिम लिडार सर्वे शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि इससे पहले यह सर्वे 15 जून तक का पूरा होना था, लेकिन तकनीकी व मौसम की खराबी के चलते सर्वे स्थगित करना पड़ा था।
आपको बता दें कि जहां एयरपोर्ट को लेकर सर्वे शुरू हो गया है, वहीँ इसका विरोध भी जारी है। किसान सभा व बल्ह के लोग उपजाऊ भूमि पर एयरपोर्ट न बनाने की मांग पर अड़े हुए हैं। सभा का कहना है कि एयरपोर्ट की वजह से 8 गांवों के 2000 किसान परिवार बुरी तरह से प्रभावित होंगे। ऐसे में लोगों ने भी विरोध तेज कर दिया है।