हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : जयराम सरकार 27 दिसंबर को रिज मैदान पर 2 साल पूरे होने पर कार्यक्रम आयोजित कर रही है। इसके लिए भाजपा संगठन भी तैयारियों में लगा है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सती ने बुधवार को दीपकमल में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि इस रैली में 25000 कार्यकर्ता भाग लेंगे और शिमला जिला से 10000 कार्यकर्ता इस रैली में भाग लेंगे। भाजपा सरकार अपने कार्यकाल के दो साल पूरा करने जा रही है। इसको लेकर संगठन ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। जयराम के नेतृत्व वाली सरकार में विकास की गति तेज हुई। भ्रष्टाचार मुक्त शासन दिया। गृह मंत्री अमित शाह व जगत प्रकाश नड्डा हिस्सा लेने आ रहे हैं।
भाजपा इसकी तैयारियां कर रही है। उन्होंने बताया कि शिमला, सोलन सिरमौर से अधिकतर कार्यकर्ता आएंगे। बाकी जिलों से भाजपा की कार्यकारिणी पहुंचेगी। योजनाओं के लाभार्थियों की भी इस जनसभा में बुलाया जाएगा। सत्ती ने कहा कि कांगड़ा और मंडी संसदीय क्षेत्रों की बैठकें प्रदेश महामंत्री पवन राणा के साथ कर ली हैं और शुक्रवार को बिलासपुर में हमीरपुर संसदीय क्षेत्र की बैठक आयोजित की जाएगी। सत्ती ने कहा कि 27 की रैली में सभी मंडलों, जिलों और विभिन्न मोर्चों की कार्यकारिणी को बुलाया गया है। इसके साथ ही पार्टी ने सभी पूर्व विधायकों और निगमों और बोर्ड के पूर्व अध्यक्षों व उपाध्यक्षों को अलग से रैली के न्योता दिया है।
जनवरी में होगा नए प्रदेशाध्यक्ष का एलान
सत्ती ने कहा बुधवार को कासेर कमेटी की बैठक हो गई है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव ने कोर कमेटी के सभी सदस्यों से एक-एक करके राय ली है, अब वह अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को देंगे। नए प्रदेशाध्यक्ष के नाम की घोषणा केंद्रीय संगठन ही करेगा। सत्ती ने कहा कि लेकिन अब प्रदेश के नए अध्यक्ष के नाम का एलान जनवरी महीने में ही होगा। उन्होंने कहा कि अभी संगठन 27 दिसंबर के कार्यक्रम को सफल बनाने में व्यस्त है।
राठौर चाहें तो ले सकते हैं रैली का हिसाब
कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए सत्ती ने कहा कि जब भी जयराम सरकार प्रदेश हित में कोई भी काम शुरू करती है, तो कांग्रेस नेता हमेशा मनघडं़त आरोप लगाते हैं। भाजपा पूरे सिस्टम से काम करती है। कुलदीप राठौर भाजपा की चिंता छोड़कर अपनी चिंता करें। पहले कार्यकारिणी बनाएं फिर कुछ बोलें। राठौर पर कई दबाव है इसलिए उनको कुछ बोलना होता है। सती ने कहा कि राठौर तो अभी बिना फौज के सरदार हैं और पार्टी को चलाने के लिए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सुक्खू की भी सलाह ले लिया करें।