अमित सूद। जोगिंद्रनगर
जोगिंद्रनगर के बैंड-बाजा पार्टियों, शहनाई, ढोल-नगाड़ा व अन्य वाद्य यंत्र बजाने वाले कलाकारों एवं बजंतरियों ने बुधवार को एक बार फिर से जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज के नेतृत्व में एसडीएम से मिलकर उनको मांगों संबंधी ज्ञापन सौंपा।
जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज ने कहा कि जब सरकार ने बसें चलानी शुरू कर दी हैँ, सभी दफ्तर खोल दिए हैँ, बाजार खोल दिए हैँ तो फिर शादियों में 20 के साथ 5 बाजे वाले भी जुड़ जाएंगे तो क्या आफत आ जाएगी। मंत्रियों व विधायकों के दौरों में यदि 100 से ज्यादा की भीड़ जुटाकर बैंड-बाजा बज सकता है तो शादी में 20 लोगों के साथ 5-7 बैंड बाजे वालों को परमिशन देने में क्या समस्या है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल लॉकडाउन के बाद से बैंड पार्टियों व अन्य वाद्य यंत्रों के बजंतरियों को भारी आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ा है। जोगिंद्रनगर के विभिन्न क्षेत्रों में ऐसे सैकड़ों लोग हैं जो अपने आप में समृद्ध कलाकार हैं।
सैकड़ों कलाकार बैंड-बाजा बजा कर, शहनाई बजा कर या ढोल-नगाड़े आदि बजा कर न केवल विवाह-शादियों, समारोहों, तीज-त्योहारों व अन्य कई कार्यक्रमों में चार चांद लगाते हुए लोगों का मनोरंजन करते हैं और इससे अपनी आजीविका भी चलाते हैं, लेकिन लॉकडाउन के बाद से ही इनका काम-धंधा बंद पड़ा है तथा कमाई के अन्य कोई साधन न होने से घर-गृहस्थी चलाने में भी समस्या आ रही है।
इसलिए सरकार को चाहिये कि शादी समारोहों में बैंड बाजा और अन्य वाद्य यंत्रों को बजाने की इजाजत दे, ताकि इन परिवारों का रोजगार चलता रहे। उन्होंने मांग की कि प्रतिबंधों के कारण इनके रोजगार पर पड़े विपरीत प्रभाव के कारण सभी बैंड पार्टियों व अन्य वाद्य यंत्रों के कलाकारों को प्रशासन की तरफ राशन भी उपलब्ध करवाया जाए।
इसके अलावा लॉकडाउन, कोरोना कर्फ़्यू व पाबंदियों से प्रभावित हुए ऐसे सब लोगों को अगले 6 महीने तक उनके बैंक खातों में प्रतिमाह 7500 रुपये व अगले 6 महीने तक सभी जरूरतमंद परिवारों को प्रति व्यक्ति 10 किलोग्राम राशन हर महीने मुफ्त में उपलब्ध करवाया जाए।