पंजाब और हरियाणा में छापामारी को रवाना होंगी सीबीआई टीमें, जांच में बड़े खुलासे, 250 करोड़ का है घोटाला, कई राज्यों में हुई है हेराफेरी
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई हिमाचल शिक्षा विभाग के स्कॉलरशिप घोटाले में जल्द चार्जशीट दायर कर सकती है। एजेंसी ने 80 फीसदी कार्य पूरा कर लिया है। पिछले 9 माह से 250 करोड़ के स्कॉलरशिप घोटाले की जांच में जुटी सीबीआई की टीमें अब पंजाब और हरियाणा रवाना होंगी। यहां के कुछ संस्थानों से पूछताछ होनी है। इसके बाद चार्जशीट कोर्ट में दायर होगी।
सीबीआई की टीम ने उच्च शिक्षा विभाग से सभी पात्र छात्रों का रिकॉर्ड अपने कब्जे में ले लिया था, लेकिन बड़ी मछलियों की तलाश अभी जारी है। अब आने वाले दिनों में जांच एजेंसी मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर सकती है। सीबीआई सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 22 निजी संस्थानों ने छात्रों से दस्तावेज तो लिए, लेकिन उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। छात्रों को प्रवेश न मिलने के पीछे कारण भी नहीं बताया गया। जानकारी के मुताबिक हाल ही में जिन शिक्षण संस्थानों में दबिश दी जा चुकी है, उन संस्थानों से सीबीआई रिकॉर्ड तलब करेगी।
पंजाब और हरियाणा में ऐसे निजी संस्थान हैं जहां पर छात्रों से दस्तावेज लिए, लेकिन प्रवेश नहीं दिया गया। अब इन शिक्षण संस्थानों पर गाज गिर सकती है। बताया जा रहा है कि इन निजी शिक्षण संस्थानों ने छात्रों के एसी, एसटी और ओबीसी प्रमाण पत्र भी लिए, लेकिन बाद में प्रवेश नहीं दिया गया। कर्नाटक यूनिवर्सिटी ने पंजाब, हरियाणा सहित हिमाचल प्रदेश में केंद्र खोले हैं, जहां पर स्कॉलरशिप का गोलमाल हुआ है। इन शिक्षण संस्थानों ने छात्रों के नाम पर फर्जी बैंक खाता भी खोल दिया था। जानकारी के मुताबिक एसबीआई और इलाहाबाद बैंक में ये खाते खोले गए थे।
सीबीआई ने मांगे छात्रों के आधार नंबर
सीबीआई ने छात्रवृत्ति घोटाले में सीबीआई ने 22 निजी शिक्षण संस्थानों से छात्रों के आधार नंबर मांगे हैं। आधार नंबर और मोबाइल नंबर के दुरुप्रयोग से करोड़ों रुपये की छात्रवृत्ति हड़पने का आरोप लगे हैं। जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग की जांच में एक महिला ने बयान दिया था कि उसके आधार नंबर का दुरुप्रयोग किया गया और छात्रवृत्ति की राशि प्राप्त की गई की है। सीबीआई अब आधार नंबर में अंकित छात्रों से भी पूछताछ करेगी। हालांकि इसमें छात्रों को कोई लेना-देना नहीं है।