धर्म चंद वर्मा। मंडी
भारतीय ट्रेड यूनियन सीटू द्वारा मजदूरों की मांगों के संदर्भ में एसी टू डीसी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान सीटू जिला कमेटी के महासचिव राजेश शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में देश की कुल संपत्ति का 25% भाग रोजगार से वंचित हुआ है इसके साथ देश की जनता के 97% हिस्से का वेतन भी कम हुआ है। मजदूरों को केंद्र सरकार की ओर से कोई भी आर्थिक मदद नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि मजदूरों के लिए पिछले 100 वर्ष में बने श्रम कानूनों को खत्म कर मजदूर विरोधी 4 लेबर कोड़ों का गठन किया गया है जिससे मजदूर सामाजिक सुरक्षा से वंचित हो जाएंगे। उ
न्होंने कहा कि कोरोना महामारी में स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत डॉक्टरों, नर्सों, हेल्थ वर्करों, तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मियों, आशा वर्कर ,आंगनबाड़ी सफाई आदि में कार्यरत नियमित आउट सोर्स व ठेका मजदूरों को कोरोना योद्धा की सुविधाएं नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र और प्रदेश सरकार से मांग करती हैं कि अस्पतालों में ऑक्सीजन, बिस्तर दवाइयों सहित सभी सुविधाएं व उचित स्टाफ उपलब्ध करवाया जाए, हर व्यक्ति को कोरोना महामारी के दौर में 10 किलो राशन दिया जाए। उन्होंने कहा कि मजदूर विरोधी चार लेबर कोड पर रोक लगाई जाए। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत व स्वास्थ्य क्षेत्र के बजट में बढ़ोतरी की जाए। उन्होंने कहा कि यदि सरकार द्वारा उनकी मांगों को नहीं माना जाता है तो आने वाले समय में आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।