चंद्रमोहन चौहान। ऊना
जिला मुख्यालय के नजदीकी गांव बडसाला में एक व्यक्ति संक्रमित होने के बावजूद आइसोलेट होने की बजाय पंजाब के कस्बा जालंधर जाकर अपनी बेटी की शादी कर आया। मामला सामने आते ही ग्राम पंचायत और जिला प्रशासन के भी हाथ-पैर फूल गए। वहीं पुलिस ने बीडीओ ऊना रमनवीर की शिकायत के बाद तुरंत एक्शन लेते हुए आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक बडसाला की एक युवती की शादी 4 मई की पंजाब में होनी थी। शादी के एक दिन पहले घर के मुखिया ने कोविड सैंपल करवाया था, जिसकी रिपोर्ट सोमवार शाम को आई। रिपोर्ट आने के बाद मंगलवार सुबह बेटी की शादी के लिए कोरोना संक्रमित पिता परिवार सदस्यों संग पंजाब रवाना हो गए।
मामले की जानकारी मिलते ही ग्राम पंचायत प्रधान मौके पर पहुंची, तो पाया कि सभी परिवारिक सदस्य शादी समारोह में चले गए। वापस लौटने के बाद जब पंचायत प्रधान ने संक्रमित और उसके परिवार के लोगों को आइसोलेट होने की हिदायत दी तो वह उल्टा पंचायत प्रधान से ही उलझ पड़े।
उनका कहना था कि जब हमने कोई सैंपल ही नहीं करवाया तो हमारा टेस्ट पॉजिटिव कैसे आ सकता है। संक्रमित और उसके परिवार द्वारा किए गए व्यवहार के बाद पंचायत प्रधान ने प्रशासन को फौरन मामले की सूचना दी, जिसके बाद बीडीओ ऊना की शिकायत पर पुलिस पर ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसपी ऊना अर्जित सेन ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
शादी में शामिल हुए सभी लोगों की तलाश तेज
एसडीएम ऊना डॉ. निधि पटेल की सूचना के आधार पर संक्रमित व्यक्ति और उसके परिवार के खिलाफ डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। इतना ही नहीं इस परिवार की शादी में शामिल हुए लोगों की भी तेजी से तलाश की जा रही है, ताकि सभी को आइसोलेट कर उनके टेस्टिंग करवाना सुनिश्चित किया जा सके।
क्या कहती हैं पंचायत प्रधान
ग्राम पंचायत बडसाला की प्रधान वीना देवी ने बताया कि व्यक्ति के संक्रमित पाए जाने की सूचना उन्हें देरी सेे मिली, तब तक यह परिवार शादी समारोह के लिए जालंधर के लिए निकल चुका था, लेकिन शादी से लौटते ही उन्होंने उक्त परिवार को आइसोलेट होने की हिदायत जारी की थी, लेकिन उन्होंनेेे यह कहते हुए पंचायत प्रधान की हिदायत को खारिज कर दिया कि उन्होंने जब कोविड-19 की जांच केे लिए कोई सैंपल ही नहीं दिया तो वह संक्रमित कैसे पाए जा सकते हैं।