हिमाचल दस्तक। मंडी
अखिल भारतीय दलित पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग परिषद के बैनर तले कोविड आउटसोर्स स्टाफ की मांगों को लेकर मंगलवार को उपायुक्त अरिंदम चौधरी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया।
इस दौरान दलित पिछड़ा वर्ग के राज्य संयोजक सनी ईपन व दलित पिछड़ा वर्ग के राज्य महासचिव एवं प्रवक्ता चमन राही ने बताया कि कोरोनाकाल के अंतर्गत स्वास्थ्य की रूपरेखा के अनुसार कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए एनसीईएस न्यू विजन कंपनी कार्यालय मेडिकल कॉलेज नेरचौक द्वारा दर्जनों युवाओं को बतौर स्टाफ नर्स, वार्ड सहायक, सफाई कर्मचारी आदि अन्य कई श्रेणियों में न्यू विजन कंपनी द्वारा आउटसोर्स नियुक्तियां दी गई थीं।
उन्होंने कहा कि 26 अप्रैल, 2021 को कंपनी वालों ने महामारी की रोकथाम के लिए नियुक्तियां की हैं। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश 3 महीने बीत चुके हैं, इसके बावजूद कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है, न ही कुछ दिनों से इनकी सेवाएं ली जा रही हैं, जबकि कंपनी द्वारा उन्हें न ही कोई नोटिस दिया गया है, जो अब दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।
इनके बच्चे और परिवार वाले भी इसके चलते दुखी हैं। लगभग 35 स्टाफ नर्स, 36 वार्ड सहायक व 24 कर्मचारी जो जिला के विभिन्न गांव से संबंध रखते हैं, इन युवाओं का आरोप है कि कंपनी द्वारा उनका शोषण किया जा रहा है। दलित पिछड़ा वर्ग ने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द आउटसोर्स कर्मियों को कंपनी द्वारा ड्यूटी पर रखा जाए और वेतन का भुगतान भी शीघ्र किया जाए।