आज तक आपने मन्नत पूरी होने या मांगने पर श्रद्धालुओं को भगवान के दरबार दंडवत हो जाते हुए देखा होगा। लेकिन देवभूमि हिमाचल की सीमा में सोमवार को ऐसा दपंति प्रवेश किया, जो कि बिना किसी मन्नत के पिछले 89 दिनों से दडवंत होकर प्रदेश के विभिन्न मंदिरों में जा रहा है। राजस्थान के जिला अवलर से संबंध रखने वाले इंद्र भगत व उनकी धर्मपत्नी शांति देवी बारी-बारी कर दडवंत होकर अपना सफर तय कर रहे हैं।
हिमाचल के प्रवेश द्वार मैहतपुर से होते हुए बहड़ाला पहुंचे इंद्रभगत ने बताया कि पिछले करीब तीन माह पहले हिमाचल प्रदेश के विभिन्न मंदिरों में दंडवत होकर जाने की सोची। प्रभु की कृपा से हम हिमाचल में प्रवेश कर गए हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही मां चिंतपूर्णी माता मंदिर, ज्वाला जी, कांगड़ा माता व चामुंडा माता के दर्शन कर वापिस लौट जाएंगे।