राजीव भनोट।ऊना : राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण अभियान के तहत आज बचत भवन ऊना में आयुर्वेेद चिकित्सा अधिकारियों के लिए आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए सीएमओ ऊना डॉ. रमन कुमार शर्मा ने बताया कि अंतर्गत वर्ष 2021 तक क्षय रोग को समाप्त करने के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए युद्ध स्तर पर कार्य शुरू किया गया है।
उन्होंने बताया कि क्षय रोग एक संक्रामक रोग है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को आसानी से फैल सकता है। उन्होंने कहा कि टीबी का शत प्रतिशत इलाज संभव है और सभी दवाएं सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में फ्री उपलब्ध हैं। डॉट्स प्रोवाइडर के माध्यम से मरीज की सुविधानुसार घर-द्वार पर इलाज की सुविधा उपलब्ध है। क्षय रोग के मरीजों को खुराक के लिए 500 रूपए प्रतिमाह भी प्रदान किए जाते हैं।
इस अवसर पर विश्व स्वस्थ्य संगठन कसल्टेंट डॉ. रविन्द्र कुमार, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अजय कुमार व जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. सुशील चंद्र नाग ने कहा कि 2 सप्ताह से ज्यादा समय तक खांसी, बलगम के साथ खून आना, निरंतर हल्का बुखार, भूख न लगना, सेहत कमजोर हो जाना, सांस फूलना जैसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत बलगम जांच करवाई जानी चाहिए। यह लक्षण टीबी की बीमारी के हो सकते हैं। अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से क्षय रोग की जांच की सुविधा जिला ऊना में उपलब्ध है।
इस मौके पर क्षय रोग कार्यक्रम समन्वयक गुलशन शर्मा, आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ उषा, डॉ इंदु, डॉ राज, डॉ आरती, डॉ निधि, डॉ सुनील, डॉ संदीप, डॉ नरिन्दर, डॉ धरम, डॉ बलजीत, डॉ सुख देव, डॉ अरविन्द, डॉ मीना, डॉ संजीव, डॉ अमन दीप, डॉ शशि, डॉ सुरिंदर, डॉ पूनम, डॉ शवेता, डॉ नीरू, डॉ किरण, डॉ जगृति, डॉ निशा, डॉ अजय, डॉ रमणीक सहित कई उपस्थित थे।