आशा शर्मा । घुमारवीं
27 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंडी में आने पर पूर्व मुख्य संसदीय सचिव राजेश धर्माणी ने आग्रह किया है कि वह नई घोषणाएं करने से पहले पुरानी की गई घोषणाओं को पूरा करने के सरकार को निर्देश भी दें । उन्होंने कहा कि चुनावी वर्ष में वह सिर्फ कोरी घोषणा ही न करें । उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पर 65 हजार करोड़ का कर्ज हो गया है। सरकार अपने फजूल खर्च बढ़ाने का जो क्रम जारी है उसे कम करे और कर्ज देने वाली सरकार प्रधानमंत्री बेलआउट पैकेज घोषित करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में 4 साल में विकास का पूर्ण रूप से सूखा रहा तथा डबल इंजन की सरकार होते हुए भी सभी विकास के कार्य बंद पड़े रहे ।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल व शांता कुमार द्वारा हिमाचल प्रदेश को ग्रीन बोनस व नदियों पर रवायलटी देने का भी सरकार से आग्रह किया था लेकिन वर्तमान डबल इंजन सरकार इस मामले में भी पूर्ण तरह से नाकाम रही। उन्होंने कहा कि पूर्व में 70 राष्ट्रीय उच्च मार्ग को बनाने की घोषणा की गई थी लेकिन यह घोषणा भी फाइलों तक ही सीमित रही ।
उन्होंने कहा कि घुमारवीं में तत्काल केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने रेशम अनुसंधान केंद्र की स्थापना की थी, लेकिन वर्तमान सरकार ने उसे भी बंद कर दिया । उन्होंने नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि वह हिमाचल प्रदेश में हिमाचल रेजिमेंट का गठन किया जाने की घोषणा करें ताकि युवा लोगों को रोजगार प्राप्त हो सके ।
कोविड काल में बेरोजगार युवाओं की संख्या काफी बढ़ी है तथा युवाओं को अपना जीवन यापन करना भी कठिन हो रहा है जबकि सरकार अनावश्यक रूप से समय पर खर्चा कर रही है। उन्होंने कहा कि शिमला मटोर व मंडी पठानकोट राष्ट्रीय मुख्य मार्गो के फोर लेन निर्माण के लिए भी तत्काल एक मुस्त पैसा जारी करें ताकि उनका समय पर निर्माण कार्य हो सके । उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि जो व्यक्ति चप्पल पहनता है वह भी हवाई जहाज में यात्रा करेगा । लेकिन हवाई जहाज तो बिक गए तथा गरीब की चपले भी महंगी हो गई । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मंडी में घोषणा अवश्य करें लेकिन कोरी घोषणाएं ही न करें उन को अमलीजामा पहनाने का भी प्रयास किया जाए ।