पत्र बम के जिक्र पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बोले, कांग्रेस राज में भी अनेक पत्र घूमते रहे और चर्चा का विषय बने
राजेश कुमार। तपोवन : सदन में चर्चा के दौरान विपक्ष की ओर से कई बार पत्र बम का जिक्र करने का प्रयास किया गया। इस पर सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि नाम पत्ते के साथ पत्र लिखे तो उसकी जांच की जाएगी। कोई भी पत्र लिखकर भेज दे तो और उसमें नाम पत्ता न हो तो समझ लेना चाहिए कि उसमें कोई सच्चाई नहीं है।
उस पर संज्ञान लेने की आवश्यकता नहीं है, ऐसा संज्ञान इससे पहले नहीं लिया है और न ही अब लेंगे। सत्र के बाद पत्रकारों से बातचीत में सीएम ने कहा कि नाम पत्ते के साथ व्यक्ति सामने आए तो जांच करने की आवश्यकता होगी, तो जांच करेंगे। किसी में हिम्मत है तो नाम पते के साथ सामने आए और जांच की जरूरत होगी तो जांच भी करेंगे। विपक्ष ने सदन में पत्र बम का जिक्र करने की कोशिश की है, लेकिन उसका कोई औचित्य नहीं है, क्योंकि उनकी सरकार के दौरान भी ऐसे एक नहीं, कई पत्र घूमते रहे और चर्चा का विषय बनते रहे।
सदन में विपक्ष ने पत्र बम के बारे में जिक्र करने का प्रयास कई बार किया। मुख्यमंत्री ने अरेरा के मामले पर कहा कि इसका एक प्रोसेस होता है। इस पर कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। यह शेड्यूल मीटिंग का हाईकोर्ट के जस्टिस की अध्यक्षता में बैठक हुई है और इससे बचना चाहिए। यह अनावश्यक रूप से कुछ लोग अपनी भड़ास निकालने के लिए यह आरोप लगाते हैं।
दो दिन से जारी गतिरोध खत्म हुआ
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि दो दिनों से जारी गतिरोध खत्म हुआ। बहुत महत्वपूर्ण विषयों पर प्रश्नकाल में चर्चा हुई और जवाब दिया गया। आने वाले दिनों में सत्र सुचारू रूप से चलेगा और महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी। विपक्ष ने अपनी बात कहनी है, लेकिन इसके बावजूद इन सब चीजों का कोई औचित्य नहीं है और न ही कोई अर्थ है। साथ ही उन्होंने अगले दिनों में भी विपक्ष से सदन में सहयोग की अपील की है।