मंत्री के जवाब पर दिखी नेता प्रतिपक्ष की तल्खी,पत्र बम आप के लोगों का काम, आप ही निपटें , हम कागज पर तो क्या आप सोने के पत्र पर कर रहे हैं आदेश
राजीव भनोट। तपोवन : विधानसभा सत्र के तीसरे दिन चाहे विपक्ष ने वॉकआउट नहीं किया, लेकिन प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के मुद्दे पर चर्चा में हिस्सा लेकर माहौल को तल्ख करने में कोई कमी नहीं छोड़ी। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार द्वारा दिए जा रहे जवाब के दौरान कई बार आक्रमक तेवर अपनाए।
अग्निहोत्री ने कहा कि यह चर्चा राजनीतिक रूप धारण नहीं करनी चाहिए। न ही हमने ऐसा प्रयास किया है, लेकिन मंत्री भी राजनीति करने का प्रयास कर रहे हैं, यदि बात हम भी करेंगे तो दूर तलक निकलेगी। खरीद-फरोख्त में क्या हो रहा है। पत्र बम में ही बात आई है, उसका जिक्र रामलाल ठाकुर द्वारा किया गया है। मुकेश ने कहा कि पत्र बम आपके ही लोगों का काम है। इससे आप ही निपटे, हम कभी भी पीठ के पीछे वार नहीं करते, जब भी करेंगे छाती पर वार करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री कह रहे हैं कि कांग्रेस के समय पर कागज पर आदेश आदेश स्वास्थ्य संस्थान खोलने के होते थे, तो मंत्री जी यह बताएं कि क्या भाजपा शासनकाल में वह सोने या हीरे के पत्रों पर आदेश जारी कर रहे हैं। आदेश कागज पर ही जारी होते हैं।
नॉन सीरियस है सरकार
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार नॉन सीरियस है। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण चर्चा हो रही है और कोरम पूरा नहीं है। कई मंत्री भी नहीं हैं, संसदीय कार्यमंत्री भी नहीं हंै। सदन में और मुख्यमंत्री भी सदन से बाहर है। यदि ऐसा ही होगा इसका कोई लाभ नहीं लगता, कम से कम गंभीर मुद्दों पर गंभीरता रहनी चाहिए। कुछ सदस्यों को तो माननीय अध्यक्ष महोदय ने बुलाया है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री जी अच्छा यही होगा कि चर्चा का आप जवाब दें और पतली गली से निकल लें।