मुनीश सूद। जयसिंहपुर
हिमाचल प्रदेश निजी स्कूल एसोसिएशन सरकार के 10वीं एवं 12वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं को स्थगित करने के निर्णय का कड़ा विरोध करती है।
एसोसिएशन के महासचिव महेश राणा ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड परीक्षाओं का कोविड नियमों का पालन करते हुए सफल आयोजन कर रहा था परंतु सरकार द्वारा सीबीएसई की तर्ज पर परीक्षाओं को स्थगित करने का निर्णय तर्कसंगत नहीं है। उन्होंने कहा कि सीबीएसई द्वारा पूरे देश में एक समान परीक्षा ली जाती है जबकि हिमाचल बोर्ड को प्रदेश स्तर पर लेनी थी। हिमाचल में कोरोना की स्थिति इतनी भी खराब नहीं थी कि परीक्षाओं को स्थगित करना पड़े।
कोरोना पॉजिटिव बच्चों की परीक्षा बाद में लेने का प्रावधान किया गया था तो फिर पेपर पोस्टपोन करने का कोई औचित्य नहीं था। उन्होंने कहा कि 17 मई के बाद भी पेपर होंगे या नहीं, इस पर भी संशय है। ऐसे में बच्चों की मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ेगा। एक महीने के बाद बच्चों को तैयारी करने में दिक्कत आएगी और वे परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे।
बच्चे एवं उनके अभिभावक भी सरकार के इस निर्णय से प्रभावित हैं और वह भी चाहते हैं कि परीक्षाएं पूर्ण रूप से संचालित हों, जिससे उनकी तैयारी पर और उनकी मेहनत विफल नहीं जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को निजी स्कूलों की स्थिति पर भी गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।