-
धर्मशाला क्षेत्रीय रोजगार कार्यालय के आंकड़ों से हुआ खुलासा
-
दसवीं पास को भी सिर्फ प्राइवेट जॉब मिली, महीने में पीजी के 257 नए पंजीकरण
-
पूरे माह में किसी ग्रेजुएट को भी नहीं मिली जॉब
जीवन ऋषि : धर्मशाला
हिमाचल में 11 लाख के करीब बेरोजगार हैं। कोरोनाकाल की तीनों लहरों में इस पहाड़ी प्रदेश में यह आंकड़ा तेजी से बढ़ा है। पहाड़ी प्रदेश में रोजगार का मुख्य जरिया सरकारी नौकरी माना जाता है, लेकिन पिछले कुछ समय के हालात देखें तो यह आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। बेरोजगारी से बनते जा रहे खराब हालातों का पता लगाने के लिए हिमाचल दस्तक ने स्मार्ट सिटी धर्मशाला के क्षेत्रीय रोजगार कार्यालय से बीते फरवरी माह के आंकड़े लिए।
फरवरी माह में सिर्फ दसवीं पास छात्रों को प्राइवेट नौकरी मिली है, जबकि उच्च शिक्षा प्राप्त बेरोजगारों के हाथ निराशा लगी है। नौकरी के चाहवान पोस्ट ग्रेजुएट 275 बेरोजगारों ने रजिस्ट्रेशन करवाई है, लेकिन इस माह इस कैटागरी से किसी भी बेरोजगार को सरकारी तो दूर, प्राइवेट जॉब भी नहीं मिली है। इस दफ्तर में इस कैटागरी से कुल 20993 बेरोजगार पंजीकृत हैं। फरवरी में ही कुल 475 ग्रेजुएट ने नौकरी के लिए पंजीकरण करवाया है, लेकिन फरवरी में किसी भी बेरोजगार को सरकारी या प्राइवेट नौकरी नहीं मिली है। तीसरी कैटागरी दसवीं पास को देखें तो इनमें फरवरी में 2199 ने रजिस्ट्रेशन करवाई है।
राहत की बात यह है कि इनमें 157 लोगों को प्राइवेट जॉब मिली है। अन्य पंजीकरण 57 हैं। कुल मिलाकर फरवरी में 2976 लोगों ने पंजीकरण करवाया है, जबकि नौकरी में मिली है सिर्फ दसवीं पास 157 लोगों को। ये तमाम नौकरियां प्राइवेट सेक्टर में मिली हैं। सरकारी नौकरी का आंकड़ा शून्य रहा है। इस ऑफिस में कुल 184269 बेरोजगार पंजीकृत हैं।