खेमराज शर्मा : शिमला
हिमाचल में साल 2020 में 90 हजार से ज्यादा बच्चों ने जन्म लिया है, लेकिन अभी भी इनमें लड़कों की संख्या लड़कियों से ज्यादा है। ये संख्या अभी भी दर्शाती है कि समाज में लड़कों को ज्यादा तवज्जो दी जा रही है। 2020 में लड़के और लड़कियों की संख्या में 2905 का गैप है। यानी की 100 लड़कों पर 71 लड़कियां हैं।
दूसरी ओर बिल्कुल इसके विपरित लाहौल स्पीति में लोग लड़के और लड़कियों में जरा सा भी फर्क नहीं समझ रहे। इसका नतीजा यह है कि यहां पर 2020 में पैदा होने वाले बच्चों में लड़कियां लड़कों की तुलना में ज्यादा हैं। 2020 में यहां पर 37 लड़कों ने जन्म लिया, जबकि 54 लड़कियों ने जन्म लिया है। इसमें 17 का अंतर है। साल 2020 में राज्य में कुल 90 हजार 772 बच्चों का जन्म हुआ। स्वास्थ्य विभाग की और से जारी आंकड़ों के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में 20 हजार 221 लड़के पैदा हुए, जबकि 19 हजार 31 लड़कियां पैदा हुईं। वहीं शहरों में 26 हजार 617 लड़के पैदा हुए और 24 हजार 902 लड़कियां पैदा हुईं।
गांव से ज्यादा शहरों में पुत्र मोह
गांव में ही नहीं बल्कि शहरों में भी लोगों को पुत्र मोह ज्यादा है, क्योंकि अगर स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर फरमाया जाए तो साल 2020 में जितना अंतर ग्रामीण क्षेत्रों में लड़के और लड़कियों के जन्म है उतना ही शहरों में भी है। यानी की पढ़े-लिखे लोग भी पुत्र मोह में घिरे हुए हैं। अगर ग्रामीण क्षेत्रों में अंतर की बात करें तो लड़कें और लड़कियों के बीच में 1190 का अंतर है, जबकि शहरों में यह अंतर बढ़कर 1715 पहुंच गया है।
इतने लड़के-लड़कियों का हुआ जन्म
जिला लड़के लड़कियां कुल
बिलासपुर 2371 2245 4616
चंबा 3451 3348 6799
हमीरपुर 3228 2938 6167
कांगड़ा 9876 9012 18888
किन्नौर 127 124 251
कुल्लू 3244 2952 6196
लाहौल स्पीति 37 54 91
मंडी 5127 4951 10078
शिमला 7145 6912 14057
सिरमौर 3890 3610 7500
सोलन 4778 4526 9304
ऊना 3564 3261 6825
कुल 46838 43933 90772