दिनेश कुमार। करसोग
करसोग उपमंडल मुख्यालय में बनने वाले मिनी सचिवालय का निर्माण लंबा अरसा बीत जाने के बावजूद अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। ऐसे में स्थानीय लोग अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
बताते चलें कि करसोग में सभी जरूरी विभाग के कार्यालय अलग-अलग स्थानों पर हैं और मिनी सचिवालय वनने के बाद ये सभी कार्यालय एक ही छ्त के नीचे होने थे, लेकिन एक छत के नीचे सरकारी कार्यालय न होने से लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। हालत यह है कि दूरदराज क्षेत्रों से आए लोगों को अपने कार्यों के लिए अलग-अलग जगहों पर भटकना पड़ता है।
उपमंडल करसोग में मिनी सचिवालय का शिलान्यास वर्ष 2015 में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने तहसील परिसर करसोग के साथ लगते कृषि विभाग करसोग के नजदीक में किया था तथा दूसरी बार फिर से इस भवन का शिलान्यास पुराना बाजार में किया गया जो कि अभी सिर्फ कागजों में सिमटा हुआ है।
मिनी सचिवालय बनने से जनता के अधिकतर कार्य एक छत के नीचे निपटने की उम्मीद जगी थी, लेकिन विडंबना यह है कि कुछ वर्ष का लंबा अरसा बीत जाने के बावजूद मिनी सचिवालय का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है।
गौर रहे कि मिनी सचिवालय के निर्माण के लिए भूमि का भी प्रावधान किया गया था, लेकिन मिनी सचिवालय के लिए भूमि होने से बावजूद मामला लटक गया।। यानी राजनीतिक खिंचातान के चलते मिनी सचिवालय का अभी तक निर्माण नहीं हो पाया। मिनी सचिवालय के निर्माण के लिए क्षेत्र के लोगों को अभी तक और लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।