डेरा बाबा नानक (पंजाब) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करतारपुर साहिब गलियारे के विषय में भारत की भावनाएं समझने, उन्हें सम्मान देने के लिए शनिवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का आभार व्यक्त किया।
करतारपुर गलियारा भारत के पंजाब में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में नरोवाल जिले के करतारपुर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब से जोड़ता है। देश को गलियारा समर्पित करते हुए प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के श्रमिकों का भी शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने अपने क्षेत्र में गलियारे का निर्माण करने के लिए कार्य किया। डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे से करीब आठ किमी दूर बीएसएफ के शिविर में उन्होंने सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, मैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान नियाजी को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने करतारपुर गलियारे के विषय में भारत की भावनाओं को समझा, सम्मान दिया और उसी भावना के अनुरूप कार्य किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, मैं पाकिस्तान के श्रमिक साथियों का भी आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने इतनी तेजी से अपनी तरफ के गलियारे को पूरा करने में मदद की। भगवा पगड़ी पहने मोदी ने कहा कि वह करतारपुर गलियारे को देश को समर्पित करने के लिए यहां पवित्र भूमि पर आकर खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने आज गलियारे का उद्घाटन किया और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने वाले 500 से अधिक भारतीय तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को रवाना किया।
मोदी ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि वह यह गलियारा देश को समर्पित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि गलियारे और एकीकृत जांच चौकी को खोलना लोगों के लिए दोहरी खुशी लाएगा। उन्होंने कहा, आज इस पवित्र धरती पर आकर मैं धन्य महसूस कर रहा हूं। जैसी अनुभूति आप सभी को कारसेवा के समय होती है, अभी इस पल मुझे भी वही भाव अनुभव हो रहा है।
मोदी ने कहा कि गलियारा और एकीकृत जांच चौकी हर रोज हजारों श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर रहेंगे और उन्हें गुरद्वारा दरबार साहिब के दर्शन कराएंगे। उन्होंने सभा में मौजूद सभी लोगों को, देश को और दुनियाभर में बसे सिख लोगों को इस मौके पर बधाई दी। प्रधानमंत्री ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) द्वारा उन्हें दिया गया कौमी सेवा पुरस्कार गुरु नानक देव को समर्पित किया।
उन्होंने कहा, एसजीपीसी ने मुझे कौमी सेवा पुरस्कार दिया जिसे मैं गुरु के चरणों में अर्पित करता हूं। मोदी ने कहा कि 12 नवंबर को गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व से पहले करतारपुर गलियारा और एकीकृत जांच चौकी का आरंभ होना सभी के लिए दोहरी खुशी लेकर आया है।
उन्होंने कहा, करतारपुर गलियारे के खुलने से दरबार साहिब गुरुद्वारा में दर्शन करना आसान हो जाएगा। मैं पंजाब सरकार, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति और इस गलियारे को तय समय में बनाने वाले हर श्रमिक साथी का बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं। मोदी ने कहा कि गुरु नानक देव सिर्फ सिख पंथ और भारत की ही धरोहर नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए प्रेरणा पुंज हैं। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव एक गुरु होने के साथ-साथ एक विचार हैं, जीवन का आधार हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, जब गुरु नानक देव ने सुल्तानपुर लोधी से अपनी लंबी यात्राएं शुरू की थीं तो तब कौन जानता था कि इन यात्राओं से क्या बदलाव आएगा? उन्होंने कहा कि गुरु ने स्वयं कहा था कि उनकी यात्राओं का उद्देश्य समाज को अन्याय, अंधेरे और असमानता से बाहर निकालना है। मोदी ने कहा कि गुरु नानक देव ने एकता और भाईचारे का संदेश दिया था और समाज को सच, ईमानदारी तथा आत्म-सम्मान पर आधारित एक आर्थिक व्यवस्था का उपहार भी दिया था।
उन्होंने कहा, गुरु नानक ने हमें सिखाया कि जब विकास सच और ईमानदारी से किया जाता है तो इससे प्रगति और समृद्धि के रास्ते खुलते हैं। मोदी ने कहा, उन्होंने (गुरु नानक) हमें यह भी सिखाया कि जब हम अपने मूल्यों से जुड़कर काम करते हैं तो इससे स्थाई समृद्धि मिलती है। उन्होंने इस मौके पर पर्यावरण और मादक पदार्थों के मुद्दे को भी छुआ। उन्होंने कहा, पर्यावरण के प्रति हम गैर जिम्मेदार हो गए हैं। मोदी ने कहा कि गुरु नानक ने यह भी सिखाया कि हम हवा को गुरु, पानी को पिता और धरती को मां मानें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि शब्द हमेशा ऊर्जा बनकर वातावरण में विद्यमान रहते हैं। करतारपुर से मिली गुरुवाणी की ऊर्जा, सिर्फ हमारे सिख भाई-बहनों को ही नहीं, बल्कि हर भारतवासी को अपना आशीर्वाद देगी।उन्होंने कहा, मैं गुरु नानक की गुरुवाणी के विभिन्न भाषाओं में अनुवाद में मदद के लिए यूनेस्को का आभारी हूं। मोदी ने कहा कि ब्रिटेन के एक विश्वविद्यालय ने गुरु नानक के नाम से एक पीठ स्थापित की है। इसी तरह के प्रयास कनाडा में भी किए जा रहे हैं।
अमृतसर में भी एक अंतर-धर्म विश्वविद्यालय स्थापित किया जा रहा है, जबकि सुल्तानपुर लोधी को धरोहर नगर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस मौके पर पंजाब के राज्यपाल वी पी सिंह बदनौर, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल तथा एसजीपीसी के प्रमुख गोविंद सिंह लोंगोवाल मौजूद थे।