पदाधिकारियों के तबादलों पर आंदोलन को चेताया
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : राज्य बिजली बोर्ड इंप्लाइज यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने आरोप लगाया है कि बोर्ड प्रबंधन द्वारा यूनियन के महासचिव हीरा लाल वर्मा व अन्य पदाधिकारियों को शिमला से बाहर प्रताडऩा की भावना से स्थानांतरण करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रबंधन वर्ग यूनियन के पदाधिकारियों के तबादले रद नहीं करता है तो आंदोलन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यूनियन का गठन वर्ष 1971 में हुआ और तब से अब तक कई सरकारें आई और गई, लेकिन किसी भी सरकार ने यूनियन मे उच्च पदों पर आसीन पदाधिकारियों को कभी भी जानबूझकर प्रताडि़त नहीं किया। बोर्ड प्रबंधन निदेशक संबंधित विंग के अधिकारियों को नजरअंदाज कर सीधे ब्रांचो के कार्यालय आदेश भी अपने कार्यालय से जारी कर रहा है जो पहले कभी नहीं हुआ जिससे बोर्ड की कार्य प्रणाली विपरीत असर पड़ रहा है। उन्होंने से आग्रह किया है कि इन कर्मचारियों की इस तरह की गतिविधियों पर लगाम लगाई जाए और इनके इशारे पर किए गए कर्मचारियों के सभी तबादलों को रद किया जाए।
यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि बोर्ड प्रबंधन वर्ग कर्मचारियों की मांगों का निराकरण करने में विफल रहा है और कई मसले लंबित पड़े हैं। बिजली बोर्ड प्रबंधन के इस रवैये के कारण यूनियन ने हमीरपुर अधिवेशन में आंदोलन करने का निर्णय लिया था। अब 4 अक्तूबर को 15 दिन का नोटिस प्रबंधन को दिया है। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि इस बीच में यदि प्रबंधन वर्ग यूनियन के पदाधिकारियों के तबादले रद नहीं करता है तो 22 अक्तूबर को शिमला में एक बड़ा प्रदर्शन होगा।