हिमाचल दस्तक : विजय कुमार : संपादकीय : मंडी जिले की सुंदरनगर और कांगड़ा की पालमपुर नगर परिषद ने प्रथम पुरस्कार जीत कर अन्य स्थानीय निकायों के लिए मिसाल कायम की है। इन दोनों नगर परिषदों का चयन अटल श्रेष्ठ शहर योजना के तहत हुआ। वर्ष 2018 के लिए सुंदरनगर तो वर्ष 2019 के लिए पालमपुर को श्रेष्ठ आंका गया है।
इस उपलब्धि का दोहरा लाभ इन स्थानीय निकायों को हुआ है। एक तो इनके निवासियों को बेहतर सुविधाएं मिली हैं, दूसरा आर्थिक लाभ भी हुआ है। इनको सरकार एक-एक करोड़ का इनाम देगी। इन नगर परिषदों को एक साथ इनाम मिलने का कारण यह है कि वर्ष 2018 में अटल श्रेष्ठ शहर योजना की घोषणा तो कर दी गई थी, लेकिन पिछले दो साल में इन शहरों का चयन नहीं हो पाया था। यही वजह है कि एक साथ दो साल के लिए यह चयन हुआ है।
स्वच्छता, सफाई, सार्वजनिक सेवा प्रदान करने, आय में बढ़ोतरी, धन उपयोगिता, निर्माण नियमन, सार्वजनिक आधारभूत संरचना और नियमों के तहत काम करने के आधार पर शहरों का चयन हुआ है। इससे साफ है कि इन क्षेत्रों में दोनों नगर परिषदों ने बेहतरीन काम किया है। यह किसी उपलब्धि से कम नहीं है।
इसके लिए दोनों स्थानीय निकायों का प्रशासन और पार्षद बधाई के पात्र हैं। प्रदेश के अन्य स्थानीय निकायों ने भी इस योजना में काम के हिसाब से पुरस्कार जीते हैं। यह योजना काफी सराहनीय है। इससे स्थानीय निकायों में काम को लेकर प्रतिस्पर्धा बढ़ी है। इससे स्थानीय निकायों के लोगों को काफी लाभ होगा।