ललित ठाकुर । पधर
माइंड ऑपरेशन अकादमी पधर में कोरोना के लंबे अंतराल के बाद फिर से मेडिटेशन की शुरुआत की गई है। निदेशक राम प्रकाश ठाकुर ने कहा 2 वर्ष कोरोना काल के चलते ज्यादातर बच्चे पढ़ाई में अपना ध्यान लगाने में नाकामयाब हो रहे हैं क्योंकि 2 साल बच्चों ने अनुशासन के साथ लगातार पढ़ाई नहीं की जिसकी वजह से आज बच्चे की पढ़ाई का स्तर काफी हद तक नीचे गिर गया है। पढ़ाई के स्तर को ऊपर उठाने के लिए माइंड ऑपरेशन अकादमी पधर में जो भी बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं उनको मेडिटेशन करना सिखाया जा रहा है। जब बच्चे पूरी तरह से मेडिटेशन करना सीखते हैं तो वे पढ़ाई में तो अपना ध्यान तो लगाते ही है साथ में अपनी जिम्मेदारियों को भी खुद समझना शुरू करते हैं।
अकादमी में सभी प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के साथ साथ स्पोकन इंग्लिश और इंग्लिश ग्रामर की कला से भी शुरू हो चुकी है । अकादमी मेडिटेशन के साथ-साथ बच्चों को उनके भविष्य के लक्ष्य के प्रति भी जागरूक कर रही है कि भविष्य में अपने लक्ष्य को कैसे हासिल करना है और अपने प्रदेश के लिए और देश के लिए उपयोगी इंसान कैसे बनना हैं।
अकादमी का उद्देश्य बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के साथ साथ उनको उनकी मंजिल तक पहुंचाना तथा उनको सही संस्कारों वाली शिक्षा से अवगत करवाना भी है। जो भी बच्चा नशे की चपेट में आ चुका है या अन्य किसी बुरी आदतों का शिकार हो चुका है उन आदतों से बाहर निकालने के लिए मेडिटेशन अहम किरदार अदा कर रही हैं। इसलिए निदेशक का मानना है हर बच्चों को सुबह उठकर हर रोज मेडिटेशन करनी चाहिए और अपने लक्ष्य के प्रति हर रोज योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ने की कोशिश करते रहना चाहिए।