साहिल डढवाल। नूरपुर
प्रदेश सरकार आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों रुपयों का बजट जारी कर रही है। लोगों को आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से इलाज करवाने के लिए भी प्रेरित कर ही है। वहीं दूसरी ओर नूरपुर के इकलौते आयुर्वेदिक अस्पताल सुलियाली में लाखों के आयुर्वेदिक उपकरण धूल फांक रहे हैं।
खास बात यह है कि इस अस्पताल में पंचकर्म चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है और इसके लिए एक विशेषज्ञ चिकित्सक भी तैनात है, लेकिन आज दिन तक लोग इस चिकित्सा पद्धति का लाभ नहीं ले सके। लाखों के उपकरणों के साथ सरकार ने यहां विशेषज्ञ तो तैनात कर दिया लेकिन सपोर्टिंग स्टाफ देना भूल गई।
बिना सपोर्टिंग स्टाफ के ये उपकरण भी व्यवस्थाओं को कोसते हुए नज़र आ रहे हैं। गौरतलब है की पंचकर्म चिकित्सा पद्धति से कमर दर्द, अनिद्रा, तनाव, पक्षाघात जैसी कई गंभीर बीमारियों का इलाज संभव है। देश ही नही बल्कि विदेश में भी लोग पंचकर्म पद्वति से इलाज करवाते हैं।
इस बारे वरिष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. चंद्र प्रकाश ने बताया कि यहां पंचकर्म का सामान उपलब्ध है लेकिन पंचकर्म करने वाला सपोर्टिंग स्टाफ नहीं है। उन्होंने बताया कि इस चिकित्सा पद्धति को सही ढंग से करने के लिए 2 मेल व 2 फीमेल की जरूरत पड़ती है जो इस अस्पताल में नहीं हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर विभाग को सूचित कर दिया है।