सुजानपुर की 20 पंचायतों ने भूमि करवा रखी है उपलब्ध, हाईकोर्ट के आदेशों की अवहेलना की जा रही
मनजीत जम्बाल। सुजानपुर : विकास खंड सुजानपुर की बीस पंचायतों में हाईकोर्ट के आदेशों के बाद भी सिर्फ चार पंचायतों ने गौशाला निर्माण में रुचि दिखाई है। इन चार पंचायतों में खेरी, जोल, पनोह, बैरी में लोगों के सहयोग से गऊशाला व इसके रखरखाव में रूचि दिखाई है।
गौशाला निर्माण के लिए सभी बीस पंचायतों ने भूमि उपलब्ध करवा रखी है, परंतु बनाने के लिए बाकि की पंचायतों ने कोई खास रुचि नहीं दिखाई है। एक तरह से हाइकॉर्ट के आदेशों की अवेहलना की जा रही है। 7 पंचायतें ऐसी है जिन्होंने इस कार्य को प्रगति पर लिया ही नहीं तथा आज तक एक भी पैसा खर्चा नहीं किया। 14 पंचायतों ने चालू वित्त् वर्ष में एक भी रुपए का कार्य प्रस्तावित नहीं किया है, जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि पंचायतें गौशाला निर्माण में कितनी गंभीर हैं। हालांकि इसके लिए सिर्फ पंचायतें ही जिम्मेदार नहीं, बल्कि आज तक विभाग ने भी कोई खास रूचि पंचायतों के माध्यम से नहीं दिखाई है जो की सरेआम हाईकोर्ट के आदेशों की अवेेहलना करना है।
कई पंचायत प्रधान इसके लिए बजट न होने की बात करते हैं तथा उनका कहना है कि इसके लिए स्पेशल बजट आएगा, जबकि गौशाला निर्माण में बजट 14वे वितयोग व मनरेगा से ही कार्य किया जाना है, जिससे कई प्रधान इस बात से अनजान है कि इसका निर्माण कैसे होगा।
यही कारण है कि बजट प्रावधान के बारे पूरी जानकारी न होने पर पंचायतें इसके निर्माण में कम रुचि ले रही हैं। हालांकि कुछ पंचायतों ने भूमि समतल कराने में मनरेगा से बजट खर्च किया है।
पंचायतें गऊशाला निर्माण को गंभीरता से लें
खंड विकास अधिकारी कीर्ति चंदेल ने कहा कि पंचायतें गऊशाला निर्माण कार्य को गंभीरता से लें तथा आने वाले साल में 14वे वितयोग में इसके निर्माण के लिए बजट में शेड आदि का निर्माण करवाएं। उधर उपमंडलाधिकारी शिल्पी वेकट्टा ने कहा की विकास खंड कार्यालय से रिपोर्ट ली जाएगी तथा जल्द ही इसके निर्माण बारे प्रधानों व सचिवों के साथ बैठक का आयोजन किया जाएगा।