धीरज चोपड़ा। पांवटा साहिब
पुलिस प्रशासन ने छोटे बच्चों के भीख मांगने पर पाबंदी लगा रखी है, लेकिन पांवटा में यह क्रम टूट नहीं रहा। यहां विभिन्न चौराहों पर अकसर बच्चे भीख मांगते हुए नजर आ जाते हैं। हर रोज सुबह होते ही ये बच्चे अपने घर से निकल जाते हैं और देर रात तक रेड लाइट व अन्य बड़ी दुकानों के बाहर भीख मांगते नजर आते हैं। इसी तरह शहर में मिठाई की दुकानों, बाजारों में कई जगह बच्चों को भीख मांगते देखा जा सकता है। इस तरह रेड सिग्नल पर भीख मांगते बच्चों के कारण दुर्घटना होने का डर भी बना रहता है।
स्थानीय लोगों द्वारा कई बार चाइल्ड हेल्पलाइन पर इसकी शिकायत भी दर्ज करवाई गई है, परंतु जब भी टीम मौके पर पहुंचती है, तो उन्हें ये बच्चे वहां पर नहीं मिलते हैं। इस बारे में एसडीएम एलआर वर्मा ने बताया कि ये बच्चे कौन हैं, कहां से आए हैं या कोई गिरोह है, इसकी जांच की जाएगी।
सिरमौर में नहीं शेल्टर होम, बच्चों को रेस्क्यू करने में आती है दिक्कत
चाइल्ड हेल्पलाइन सिरमौर ने बताया कि पांवटा साहिब तथा जिला सिरमौर में कोई भी शेल्टर होम नहीं है, इसलिए उन्हें बच्चों को रेस्क्यू करने में भी समस्या आ रही है। उन्होंने भी प्रशासन से मांग की है कि इसमें उचित इंतजाम किए जाएं।
बच्चों को प्यार से समझाकर घर भेजें: डीएसपी
इस बारे में डीएसपी पांवटा वीर बहादुर सिंह ने बताया कि रेड लाइट पर भीख मांग रहे बच्चों के बारे में उनको पता चला जिसके बाद ट्रैफिक पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि बच्चों को प्यार से समझा कर उनके घर भेजा जाए व हो सके तो उनके माता-पिता से भी बात की जाए।