सोनिया : शिमला
हिमाचल तकनीकी शिक्षा बोर्ड विभिन्न संकाय में 15 फरवरी से छात्रों के फाइनल एग्जाम करवाने जा रहा है, लेकिन छात्र इसका लगातार विरोध कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि उनकी पूरी पढ़ाई कोविड के चलते प्रभावित हुई है। प्रदेश में कोविड के कारण पिछले साल सभी शिक्षण संस्थान बंद थे। ऐसे में छात्रों ने ऑनलाइन ही अपनी पढ़ाई पूरी की है। लेकिन अब टेक्रिकल एजूकेशन बोर्ड सभी सरकारी और प्राइवेट पॉलीटेक्निक कॉलेजों में ऑफलाइन एग्जाम करवाने जा रहा है। छात्रों की यह मांग है कि उनका सिलेबस ही पूरा नहीं हो पाया है। ऐसे में उनके एग्जाम मे भी छूट दी जाए। यानि परीक्षाएं भी ऑनलाइन ही ली जाएं।
दूसरा परीक्षाओं में डिटेन की शर्त को खत्म किया जाए। इसमें तीसरे, पांचवें और छठे समेस्टर की फाइनल परीक्षाओं के लिए बोर्ड की ओर से शेडयूल जारी किया गया है। फाइनल परीक्षाओं में 50 प्रतिशत डिटेन सिस्टम की शर्त लागू है। यानि पॉल्टेक्रिल सहित अन्य स्ट्रीम में छात्रों को हर सत्र में तीन पेपर क्लीयर करना जरूरी है। यदि छात्र 6 में से 3 पेपर पास नहीं कर पाया तो उसे डिटेन किया जाता है यानि उसे उस सत्र में दोबारा बैठना पड़ता है।
छात्रों की यह मांग है कि तकनीकि बोर्ड इस शर्त को हटाए। छात्रों की पढ़ाई सही तरीके से नहीं हुई है तो ऐसे में उन्हें परीक्षाओं में भी कुछ राहत दी जानी चाहिए। इस बारे में छात्र शिक्षा मंत्री को भी लिखित शिकायत भेज चुके हैं, लेकिन अभी तक उन्हें कोई राहत नहीं मिली है। छात्रों का कहना है कि सिलेबस में कटौती करने या इस तरह की कोई छूट देने की नोटिफिकेशन प्रशासन की ओर से अभी तक जारी नहीं की गई। फाइनल एग्जाम सौ फीसदी सिलेबस से ही होगी जो कि छात्रों के लिए चिंता का विषय बना है।
कोविड में छात्रों की पढ़ाई ऑनलाइन हुई है और अब प्रदेश मे कोविड के मामले भी बेहद कम रह गए हैं। परीक्षाओं का शेडयूल जारी हो चुका है और प्रशासन की तैयारियां भी ऑफलाइन एग्जाम को लेकर पूरी हंै। प्रदेश सरकार के आदेशों पर ही ये परीक्षाएं करवाई जाएंगी। अब इनमें बदलाव की कोई संभावना नहीं है।
-डॉ. राजकुमार सचिव, तकनीकि शिक्षा बोर्ड